पूर्णियां/सिटिहलचल न्यूज
विद्या विहार आवासीय विद्यालय, परोरा, पूर्णिया में 23 अगस्त 2025 को वार्षिक अलंकरण समारोह का आयोजन बड़े हर्षोल्लास के साथ हुआ। यह अवसर विद्यालय में छात्र नेतृत्व की औपचारिक स्थापना का प्रतीक था, जिसमें नए शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यार्थियों को नेतृत्व की जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं।इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विद्यालय के गौरवशाली पूर्व छात्र और वर्तमान में दार्जिलिंग के पुलिस अधीक्षक, 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी श्री प्रवीन प्रकाश जी पधारे। वे विद्यालय की चौथी बैच (1999-2003) से कक्षा 10 की परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। उनका स्कूल रोल नंबर 453 था। उन्होंने अपनी पढ़ाई की शुरुआत रेनू हाउस से की और निकास रमन हाउस एवं शास्त्री हाउस से किया। विद्यालय पहुँचने पर उन्होंने पूरे कैंपस का भ्रमण किया, प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय, खेल मैदान और इनडोर हॉल ,स्टेडियम ,ऑडिटोरियम , क्रिकेट अकादमी ,फुटबॉल अकादमी का निरीक्षण किया। उन्होंने विद्यालय के मेस में भोजन और नाश्ता भी किया और अपने पुराने छात्र जीवन की यादों को ताज़ा किया।
विशेष रूप से उन्होंने अपने समय के हॉस्टल – रेनू हाउस, रमन हाउस और शास्त्री हाउस का भी भ्रमण किया। अपने पुराने कमरों को देखकर वे भावुक हो उठे और कहा कि इन दीवारों के साथ उनकी अनगिनत यादें जुड़ी हुई हैं।उन्होंने विद्यालय के संस्थापक निदेशक स्वर्गीय श्री के. एन. वासुदेवन, संस्थापक सचिव स्वर्गीय रमेश चंद्र मिश्रा और स्वर्गीय श्रीमती विजयलक्ष्मी मिश्रा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि आज जो भी उपलब्धियाँ हम देख रहे हैं, उनकी नींव इन्हीं महान व्यक्तित्वों ने रखी थी।समारोह का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन, स्वागत गीत और विद्यालय गीत के साथ हुआ। स्वागत गीत श्रीमती सुप्रिया मिश्रा, श्री सत्यानंद कुमार और उनकी टीम ने प्रस्तुत किया। मंच संचालन सी. के. झा और गोपाल झा ने किया।प्रधानाचार्य निखिल रंजन ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि अलंकरण समारोह विद्यार्थियों के जीवन का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह केवल जिम्मेदारी का हस्तांतरण नहीं बल्कि नेतृत्व की संस्कृति का पोषण है। उन्होंने नवनियुक्त प्रीफेक्ट्स को ईमानदारी और सेवा की भावना के साथ नेतृत्व करने का आह्वान किया।मुख्य अतिथि श्री प्रवीन प्रकाश ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण कर्म है। उन्होंने कहा कि भाग्य अवसर दे सकता है, परंतु सफलता केवल अनुशासन और परिश्रम से ही मिलती है। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि नेतृत्व का अर्थ आदेश देना नहीं बल्कि स्वयं उदाहरण प्रस्तुत करना है। उन्होंने अंत में कहा – कर्म ही मायने रखता है।इस अवसर पर कुल 238 छात्रों को जिम्मेदारी सौंपी गई, जिनमें 14 स्कूल प्रीफेक्ट्स जो स्कूल कोर कमिटी के सदस्य हुए, 23 हाउसेज़ से 92 हाउस प्रीफेक्ट्स और कक्षा 4 से 12 तक के 132 क्लास प्रीफेक्ट्स शामिल थे।मुख्य अतिथि ने समारोह के बाद सभी शिक्षकों, हाउसमास्टर्स, सुरक्षा गार्ड, गैर-शिक्षण कर्मचारियों, मेस स्टाफ और विद्यार्थियों से मिलकर अपने स्नेह और सम्मान को प्रकट किया। उन्होंने कहा कि विद्यालय की सफलता केवल कक्षाओं या प्रयोगशालाओं से नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति से बनती है जो पूरे मन से इस संस्थान की सेवा करता है।कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के निदेशक इंजीनियर आर. के. पॉल ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों, शिक्षकगण, प्रशासनिक टीम और विद्यार्थियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। पूरे आयोजन का सफल प्रबंधन श्री चंद्रकांत झा, डॉ. गोपाल झा, श्रीमती रीता मिश्रा, श्रीमती सुप्रिया मिश्रा और श्रीमती कुमारी निशा झा ने किया। सभी पीटीआई शिक्षक, गाइड छात्राएँ, एनसीसी कैडेट्स, गाइड स्कूल बैंड टीम, मेंटेनेंस टीम और समस्त शिक्षक एवं स्टाफ के सहयोग की सराहना की गई।इस अवसर पर यह भी घोषणा की गई कि 24 अगस्त 2025 को विद्यालय में दो ऐतिहासिक उपलब्धियों का उद्घाटन होगा
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