सेहत के लिए फायदेमंद है मखाना मधुमेह रोगियों के लिए रामबाण

सरसी/सुनटुन सिंह 

पूर्णियां। सरसी के इलाके में मकान का पैदावार बड़े पैमाने पर होता है पौष्टिक तत्वों के कारण इसकी मांग विदेशों में भी काफी है पूजा के लिए भी पवित्र माना जाने वाला इस मखाना को पानी की सख्त आवश्यकता होती है इसे बोना आसान है लेकिन निकालना उतना ही मुश्किल है इसके पत्ते और डंठल कांटेदार होते हैं और फल पानी के नीचे मिट्टी में लगते हैं इसे निकालने के लिए पानी के अंदर डुबकी लगाकर निकाला जाता है यह कठोर आवरण होता है जिसे गुर्रि कहा जाता है गुर्रि को पानी से निकलने के बाद सुखाया जाता है और इसे भूना जाता है भूजे हुए गुर्री को फोड़ा जाता है तब जाकर मखाना निकलता है इन सारे काम को अंजाम कुशल मजदूरों द्वारा दिया जाता है परेशानियों के कारण किसान इसे निकालने के लिए मजदूर रखते हैं काफी मस्सकत के बाद इसे बाहर निकाला जाता है


किसान अपनी जमीन लीज पर दे देते हैं तथा अधिया पर खेती की जाती है कुछ किसान खेती करते हैं तो वह गुर्री ही बेच डालते हैं एक तो निकलना मुश्किल होता है उसे इसे रखना भी मुश्किल होता है हल्का होने के कारण यह काफी जगह छेकता  है यह विडंबना है कि किसानों को इसका समुचित लाभ नहीं मिल पाता है इसे भंडारण की भी व्यवस्था नहीं है इस दिशा में अभी तक कोई काम नहीं हो सका है मखाना वजन में हल्का होता है लेकिन पौष्टिक में है भारी मखाना वजन में काफी हल्का होता है लेकिन पौष्टिक तत्वों के गुनो से भरपूर होता है इसमे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन,फास्फोरस, आयरन,प्रोटीन, विटामिन बी एवं खनिज तत्वों से भरपूर होता है मखाना एक तरह से एंटी ऑक्सीडेंट है यह पाचन तंत्र से लेकर किडनी विकारों को दूर करने में भी सक्षम है

मखाना मधुमेह  रोगियों के लिए उत्तम नाश्ता है यह पौष्टिक तो है ही साथ ही यह रक्त शर्करा स्तर को भी नियंत्रण में रखता है बारिश नहीं होने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है तथा पानी की कमी के कारण मखाना के पत्तों में भी कीड़ो की उत्पत्ति ज्यादा होती है सरसी के मखाना किसानों का कहना है कि मखाना की उत्पत्ति तो ज्यादा होती है मगर इनकम बहुत ही कम मुख्य रूप से सरसी के किसान कैलाशचंद सिंह,बब्बू सिंह, योगेश यादव, सुबोध कुमार,मदन कुमार,विजय महाल्दार, बबलू महाल्दार, सत्यम महलदार, डोमी मालदार, टुनटुन महाल्दार,उमेश यादव,विजय यादव, इत्यादि का कहना है उत्पादन की अपेक्षा बिक्री करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है!

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