टेटगामा नरसंहार के भगोड़े आरोपी के घरों की हुई कुर्की

पूर्णियां पूर्व राजेश यादव 

पूर्णियां: टेटगामा नरसंहार मामले में मुफस्सिल थाना की पुलिस ने मंगलवार को फरार आरोपी के घर कुर्की जब्ती की है, कुर्की जप्ती की कार्यवाही मुफस्सिल थानाध्यक्ष सुदीन राम के नेतृत्व में संचालित किया गया जिसमें मुफस्सिल थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल थे। थानाध्यक्ष सुदीन राम ने बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश पर टेडगामा हत्याकांड में 12 फरार अभियुक्तों के घर की कुर्की जब्ती की गई है, कुर्की के दौरान घर का सारा सामान जप्त कर थाना ले लाया गया है, वहीं थानाध्यक्ष ने कहा कि कुर्की जब्ती से पूर्व फरार अभियुक्तों के घर पर इश्तेहार चिपकाया गया था जिसमें थाना या न्यायालय में उपस्थित होने का समय दिया गया था निर्धारित समयावधि में आरोपी थाना या न्यायालय में हाजिर नहीं हुए तो कुर्की जब्ती की कार्रवाई की गई है


जिसमे कल्पी देवी, सोनी देवी, मीना देवी, देवलाल उराँव, टुसिया देवी, पुठिया देवी, छोटेलाल उराँव, राजेश उराँव, नागेन्द्र उराँव, श्रवण उराँव, बुनिया देवी, शांति देवी के घर की कुर्की जप्ती की गई है। विदित हो कि पूर्णिया जिला के मुफस्सिल थाना के टेडगामा गाँव मे डायन का आरोप लगाकर एक ही परिवार के 5 लोगों की बेहरमी से हत्या कर दी गयी थी मृतक में तीन महिला और दो पुरुष शामिल था जिसमें गांव के ही कुछ व्यक्ति को बाबू लाल उरांव की पत्नी पर डायन होने का शक था। जिसके बाद गांव के कुछ लोग ने हैवानियत का फैसला लेते हुए पहले मारपीट की उसके बाद हत्या कर शव को जलाने का प्रयास किया और अधजले शव को घीसेरिया बहियार के जलकुंभी में फेंक दिया था

घटना को अंजाम मृतक के पुत्र के सामने ही दिया था घटना के बाद पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया था, इस नरसंहार में मृतक में सीता देवी 48 वर्ष, बाबू लाल उरांव (50 वर्ष), कातो देवी (70 वर्ष), मंजीत उरांव (25 वर्ष) और रानी देवी( 23 वर्ष) था। वही घटनास्थल पर उपस्थित सोनू किसी तरह जान बचाकर वहां से भागकर नानी के घर चला गया था  जिस कारण उसकी जान बच सकी थी उसके बाद दूसरे दिन अपने नानी के साथ घटना की जानकारी मुफस्सिल पुलिस को दिया था।

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