बिहार के पूर्णिया से एक बड़ी खबर आ रही हैं, जहाँ ठेकेदार की लापरवाही से 5 लोगो की पानी भरे गड्ढे में डूबकर मौत हो गई। घटना कसबा थाना क्षेत्र के नगर पंचायत वार्ड 24 के सुभाष नगर की है। बताया जाता है कि मदरसा चौक से महावीर चौक तक कारी कोसी नदी की उपधारा में सिंचाई विभाग के फंड से बाँध निर्माण का कार्य चल रहा है। वही बाँध में मिट्टी भराई के लिए ठेकेदार द्वारा पास के खेत से ही मिट्टी काट लिया गया, जिससे वहां एक बड़ा गड्ढा हो गया। बताया जाता हैं कि उसी गड्ढे के पास गौरी कुमारी नाम की बच्ची शौच के लिए गई थी, जहाँ पैर फिसलने से वह गड्ढा में डूबने लगी। जिसे बचाने के लिए बच्ची की माँ सुलोचना देवी पानी मे गई तो वह भी डूबने लगी। चुकी वहाँ पहले कोई गड्ढा नहीं था, लोगो ने कम पानी का अंदाजा लगाया था। वही दोनो को डूबता देख करीब आधा दर्जन युवक पानी मे कूद गए। जिसके बाद सभी गड्ढे में डूबने लगे। किसी तरह 4 युवक पानी से निकल गए, लेकिन बचाने गए 3 युवक की पानी मे डूबकर मौत हो गई, साथ ही पहले से डूबे दोनो माँ बेटी की भी मौत हो गई
मृतिको में 9 वर्षीय गौरी कुमारी, 32 वर्षीय सुलोचना देवी, 18 वर्षीय सचिन कुमार, 19 वर्षीय शेखर कुमार, 20 वर्षीय करण कुमार शामिल हैं। घटना की खबर मिलते ही कसबा में कोहराम मच गया। जिसके बाद कई तैराक पानी भरे गड्ढे में उतरे और एक एक कर शव को निकालने लगे। शव निकलते ही परिजन उसे लेकर पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुँचने लगे। वही आधे घंटे के दौरान सभी 5 शवों को निकाल लिया गया। घटना की खबर जिला प्रशासन को मिलने के बाद जिलाधिकारी अंशुल कुमार पूर्णिया मेडिकल कॉलेज पहुँचे और परिजन से घटना की जानकारी लेकर एक टीम को घटनास्थल पर भेजा। स्थानिय नागरिक दुर्गेश कुमार ने बताया कि ठेकेदार द्वारा 25 से 30 फिट का गड्ढा कर रात दिन मिट्टी खनन किया जा रहा हैं। बरसात होने के वजह से गड्ढा में पानी भर गया था। किसी को भी अंदाज नहीं था कि इतना बड़ा गड्ढा हो सकता हैं, इसके लिए सिर्फ ठेकेदार दोषी है
वही घटना की सूचना पर कसबा के कॉंग्रेस विधायक आफाक आलम मौके पर पहुँच सरकार पर जमकर बरसे और कहा कि यह कोई घटना नहीं बल्कि मर्डर हैं, क्योंकि गलत तरीके से हो रहे काम को लेकर उन्होंने सिचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता और विभागीय मंत्री को पहले ही पत्र लिखा था। मगर सभी मापदंडों की अवहेलना कर कार्य को किया जा रहा था, जिसका परिणाम 5 लोगो की मौत हैं। उन्होंने कहा कि काम को लेकर किसी भी प्रकार का कोई बोर्ड या प्राकलन राशि भी नहीं लिखी गई हैं। बाँध में मिट्टी भराई के लिए जहाँ मिट्टी लाकर भरना था, वहाँ बगल से ही मिट्टी काटकर बाँध बनाया जा रहा हैं।पूरे मामलें को लेकर जिलाधिकारी अंशुल कुमार ने बताया कि अभी रात्रि में ही सभी शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। सरकार के नियम के अनुसार अभी सभी के दाह संस्कार में सरकार मदद करेगी, फिर आपदा की राशि भी दी जाएगी। वहीं उन्होंने बताया कि घटना की विस्तृत जानकारी लेकर इंजीनियर की एक टीम घटनास्थल पर जाएगी और उनके रिपोर्ट पर जो भी दोषी होंगे, उनपर कार्यवाई की जाएगी।
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