धमदाहा /राज कन्हैया
बीएससी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे छात्रों का समर्थन 1975 के छात्र आंदोलन में शामिल एवं क्रांति मोर्चा के संस्थापक सदस्य शिव शंकर ठाकुर उर्फ शंकर आजाद ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन्होंने कहा कि छात्रों का आंदोलन हर दौड़ में शासन-प्रशासन के चुनौती पूर्ण रहा है। ऐसे में छात्रों के साथ हुई किसी प्रकार की गड़बड़ी पर सरकार को न सर्फ ध्यान देकर ठीक करना चाहिए
बल्कि छात्रों की मांग को मानकर इस आंदोलन को समाप्त करवाने का प्रयास शासन-प्रशासन को भी करना चाहिए। 1975 के छात्र आंदोलन ने बिहार सहित देश के तमाम हिस्सों में जो परिवर्तन लाया था वह सर्वविदित है। बिहार के मुख्यमंत्री स्वयं उस आंदोलन की उपज है ऐसे में छात्रों के जायज मांगों को लेकर अब आजाद शंकर ने मोर्चा खोलते हुए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री को चुनौती भी दे रहे हैं
और उनका कहना है छात्र नेता से उभरे हुए मुख्यमंत्री ने खुद छात्र के प्रति ऐसे घातक सवाल कैसे खड़े कर सकते हैं यह अब तक नहीं समझ पाए हैं। इसलिए वह व्यक्तिगत रूप से छात्रों के इस आंदोलन को ना सिर्फ पूर्ण समर्थन कर रहे हैं बल्कि वह छात्रों के साथ खड़े है।