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सेवा करना मेरा धर्म है चाहे वोट किसी को दे: नीतीश कुमार



पूर्णिया से विकास कुमार झा कि रिपोर्ट

पूर्णिया: समाज सुधार यात्रा के अंतिम चरण में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पूर्णिया पहँचे। यहाँ जिले के ऐतिहासिक इंदिरा गाँधी स्टेडियम में उन्होंने पूर्णिया प्रमंडल के पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज के एक हजार जीविका दीदीयों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री सर्वप्रथम जीविका दीदीयों द्वारा लगाए गए स्टॉल का निरक्षण किया। उसके बाद जीविका दीदीयों के सफल कहानी को सुनने के बाद जनता को संबोधित किया।


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं  2005 से ही आपकी सेवा कर रहा हूँ।सेवा करना ही मेरा धर्म है, चाहे आप किसी को वोट दे। मगर हमनें जो काम किया है उसे भी नहीं भूले।उन्होंने कहा कि वो दिन याद करे जब शाम होते ही लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे। मगर हमने बिहार में कानून का राज स्थापित किया। पोशाक और साइकिल योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पहले 5वी से आगे बेटियां नहीं पढ़ती थी, मगर इन योजनाओं ने बच्चियों को आगे बढ़ाया।


उन्होंने कहा कि पंचायत से लेकर नगर निकाय तक महिलाओ को पचास फीसदी का आरक्षण दिया। बिहार पुलिस में 35 प्रतिशत आरक्षण देकर देश मे नंबर वन बनाया। आज बिहार में जितनी महिला पुलिस में है उतना किसी राज्य में नहीं है। 


उन्होंने कहा कि समाज मे महिला और पुरुष बराबर है दोनो एक दूसरे के पूरक है। इसलिए अब समाज से दहेज प्रथा का कलंक भी खत्म करें। उन्होंने जीविका दीदीयों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस शादी के कार्ड में बिना दहेज का शादी लिखा हो उसी शादी में शरीक हो, अन्य शादियों का बहिष्कार करें।

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