रेल लाइन जोड़ने से कटिहार पूर्णिया मधेपुरा को मिलेगा नया आयाम।
कुरसेला/सिटी हलचल न्यूज़
कटिहार/कुर्सेला। लंबे समय से लोगों की प्रतीक्षित कुर्सेला-बिहारीगंज नई रेलवे लाइन परियोजना अब धरातल पर उतरने की दिशा में बढ़ रही है। इस कड़ी में गुरुवार को कोलकाता की एक प्राइवेट कंपनी की टीम कुर्सेला पहुंची, जो रेलवे ट्रैक के डिजाइनिंग एवं सर्वे का कार्य करेगी। टीम का नेतृत्व ट्रैक डिजाइन इंजीनियर कर रहे हैं।वहीं रॉबिन मंडल ने जानकारी दी कि कुर्सेला से बिहारीगंज तक लगभग 62 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बनाई जानी है। इसके लिए सबसे पहले टीम द्वारा डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) से जुड़े पॉइंट मार्किंग का काम शुरू किया जाएगा। इस प्रक्रिया में जमीन पर चिन्हांकन के साथ-साथ ड्रोन की मदद से पूरे इलाके का एरियल सर्वे एवं एनालिसिस किया जाएगा। सर्वे से प्राप्त डेटा को एकत्र कर संबंधित विभाग को भेजा जाएगा।उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया करीब 15 दिनों तक चलेगी। टीम के इंजीनियरों और विशेषज्ञों की कोशिश है कि इलाके का सटीक डिजिटल नक्शा तैयार किया जाए
ताकि भविष्य में ट्रैक बिछाने के दौरान तकनीकी बाधाओं का समाधान पहले से तय किया जा सके। डेटा तैयार होने के बाद रेलवे मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी और अनुमोदन के बाद वास्तविक निर्माण कार्य शुरू होगा।स्थानीय लोगों में इस परियोजना को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। वर्षों से लोग इस रेल लाइन के निर्माण की मांग करते आ रहे हैं। यदि यह लाइन बन जाती है तो न केवल कुर्सेला, बल्कि बिहारीगंज, रुपौली ,उदाकिशुनगंज, सिंहेश्वर और आसपास के इलाके रेल सेवाओं से सीधा जुड़ जाएंगे। इससे यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ माल परिवहन की नई राह खुलेगी और क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी
गौरतलब है कि हाल ही में केंद्र सरकार ने कुर्सेला बिहारीगंज व किशनगंज जलालगढ़ रेलवे लाइन परियोजना के लिए 170.8 करोड़ रुपये का आवंटन किया है। बजट स्वीकृति मिलने के बाद अब डिजाइनिंग व सर्वे का काम तेजी से शुरू हो गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह रेल लाइन रेल मंडल के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी और सीमांचल के साथ कोसी क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नया आयाम देगी।बता दे कि इस परियोजना के लिए परिक्षेत्र के लोग टक टकी लगाए बैठे हैं।
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