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सुपौल पुलिस पूरी तरह डिजिटल होने की ओर, पिपरा थाना बना ई–पुलिसिंग का मॉडल

सुपौल जिले में कानून-व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, तेज और तकनीक-सक्षम बनाने की दिशा में सुपौल पुलिस ने एक अहम कदम उठाया है। पुलिस अधीक्षक सुपौल के स्पष्ट निर्देश पर पिपरा थाना में आधुनिक ई–पुलिसिंग सिस्टम को प्रभावी रूप से लागू करने के उद्देश्य से शनिवार को विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया।इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत ई-साक्ष्य और ई-सम्मन जैसे अत्याधुनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म के संचालन की विस्तृत जानकारी दी गई, जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली अब तेजी से पेपरलेस सिस्टम की ओर बढ़ रही है। प्रशिक्षण का संचालन प्रोग्रामर अंकित कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने पिपरा थाना में पदस्थापित चयनित पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों का आधिकारिक आईडी निर्माण कराते हुए इन सिस्टम्स के व्यवहारिक उपयोग की बारीकियां समझाईं।

प्रशिक्षण में SI राहुल कुमार, निक्की कुमारी, सारिका कुमारी, काजल कुमारी, रागिब हसन, मुकेश कुमार, एएसआई राजीव कुमार सिंह, राजेंद्र प्रसाद यादव, पीटीसी मनोज चौधरी, संजय कुमार एवं अमित कुमार शामिल रहे।सत्र के दौरान एनआईसी मेल और ई-साइन के सुरक्षित एवं विधिसम्मत उपयोग पर विशेष जोर दिया गया। अधिकारियों को बताया गया कि अब साक्ष्य संकलन, समन निर्गमन, दस्तावेज़ सत्यापन और न्यायालयीन प्रक्रियाएं डिजिटल माध्यम से अधिक तेज, सुरक्षित और प्रमाणिक तरीके से की जा सकेंगी। इससे विवेचना में पारदर्शिता बढ़ेगी और न्यायिक प्रक्रिया में होने वाली देरी पर भी प्रभावी नियंत्रण संभव होगा।पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ई-साक्ष्य के माध्यम से साक्ष्यों का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा, जबकि ई-सम्मन प्रणाली से समन जारी करने की प्रक्रिया सरल और समयबद्ध होगी। इससे आम जनता को समय पर सूचना मिलेगी और न्याय प्रक्रिया को और मजबूती मिलेगी।

सुपौल पुलिस की यह पहल जिले में डिजिटल गवर्नेंस और स्मार्ट पुलिसिंग की दिशा में एक मील का पत्थर मानी जा रही है। पिपरा थाना को ई-पुलिसिंग के मॉडल के रूप में विकसित कर अन्य थानों में भी इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी की जा रही है, जिससे पुलिस प्रशासन की कार्यक्षमता बढ़ेगी और जनता का विश्वास और अधिक मजबूत होगा।

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