पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव
बिहार में शराबबंदी के बाद राजस्व में काफी कमी आयी है। इस कमी को पूरा करने के लिए खनन, यातायात, पुलिस विभाग को नियम तोड़ने वालों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया हुआ हैं, जिसकी मोनेटरिंग पटना मुखपंडि से हो रही हैं। वहीं पूर्णियां को दिए गए टारगेट को पूरा करने के लिए यातायात विभाग लगातार बिना हेलमेट, रेडलाइट को तोड़ने वाले के साथ साथ बिना लाइसेंस , प्रदूषण तक का जुर्माना चालको से वसूल रही हैं। मगर इसी बीच पूर्णियां यातायात विभाग ने एक बड़ी गलती कर दी हैं। यातायात पुलिस ने एक कार चालक को हेलमेट न पहनने पर 1000 का जुर्माना लगा दिया हैं। जुर्माना लगने के बाद कार मालिक के मोबाइल पर जुर्माना लगने का मैसेज आने पर हैरान भी रह हो गए
क्योंकि जब उनकी गाड़ी का चालान किया गया तो उस वक़्त उनकी गाड़ी मधेपुरा जिले में थी, वे पूर्णियां गए भी नहीं थे। बिना पूर्णियां गए चालान कटने पर वाहन मालिक चौसा लौआलगाम निवासी मो.इरफान ने जब यातायात विभाग से लिखित शिकायत की तो उनकी एक भी नहीं सुनी गई और चालान कटने के बाद जुर्माना राशि जमा करने के निर्देश दिए गए।इस संबंध में गाड़ी मालिक मो. इरफान ने बताया कि उनके मोबाइल नंबर 9771577120 पर मैसेज आया की गाड़ी संख्या बीआर 11 एजी 6502 के चालक के हेलमेट नहीं पहनने के कारण ₹1000 का चालान काटा गया हैं। चालान का भुगतान जिला परिवहन कार्यालय पूर्णिया में जाकर करें। उन्होंने बताया कि चलान में मोबाइल द्वारा मोटरसाइकिल का खिंचा हुआ नंबर प्लेट भी था, जिसमें उनके कार का नंबर अंकित था। जिसे देखकर वे भौंचक रह गए। उन्होंने बताया उनकी गाड़ी घर मे लगी हुई थी, वे कई महीनों से पूर्णियां गए भी नहीं हैं
उन्होंने बताया कि परेशान होकर वे यातायात थाना पूर्णियां पहुंच कर यातायात पुलिस से जानकारी लिया। जिसमे पता चला कि बिना हेलमेट के जा रहे बाइक सवार का पुलिस वालों ने मोबाइल से फोटों खींच लिया था और रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वाहन स्वामी को चालान कर दिया गया था। वहीं जब गाड़ी मालिक ने यातायात के पुलिस अधिकारियों को यह बताया कि यह नंबर कार है तो सभी ने चुप्पी लाद ली और किसी भी प्रकार का रियायत देने से इनकार कर दिया हैं। वही पीड़ित ने थाना को आवेदन देकर लिखित शिकायत किया है कि जिस गाड़ी संख्या पर चालान काटा गया है बाइक नहीं बल्कि उनका कार है जबकि आपके द्वारा बाइक की तस्वीर लेकर चलान काटा गया है।जिस कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित ने बताया कि उन्होंने यातायात पुलिस से इस गलत चलन को निरस्त कर उनके कार को चलान से मुक्त करने का गुहार लगाया है। यातायात पुलिस के इस कारनामे से यह साफ हो गया अपराधी अपराध करने के लिए गलत नंबर प्लेट का इस्तेमाल कर रही हैं। अगर पुलिस मौके पर ही बाइक सवार का चालान काटती तो अपराधी पकड़े जा सकते थे।