टेढ़ागाछ/सिटी हलचल न्यूज़
किशनगंज।टेढ़ागाछ प्रखंड अंतर्गत चिल्हनियां पंचायत के सुहिया गाँव में रेतुवा नदी के भीषण कटाव के कारण दो दर्जन से अधिक परिवार विस्थापित हो गए।जिसको अबतक पुनर्वास के लिए प्रशासन की ओर से जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई है।वे आज भी बाढ़ आश्रय भवन एवं सड़क किनारे गुजर बसर कर रहें हैं।कटाव पीड़ित परिवारों में रामगुनी साह, नागेश्वर साह, शत्रुघन साह, शिवशंकर साह, मु०राजकली देवी आदि ने बताया घर सहित जमीन नदी में काटकर विलीन हो गया।तभी से हमलोग बेघर हो गए हैं।हमारे पास जमीन नहीं है कि हम अपना घर बनाकर अपना जीवन अच्छा से गुजार बसर करें
उन्होंने बताया प्रशासन द्वारा पुनर्वास का आश्वासन दिया गया था,लेकिन अबतक उन्हें जमीन उपलब्ध नहीं कराई गई है। जिसके कारण वे दर-दर भटकने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि वे महीनों से अंचल कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। कई लोगों के पास रहने के लिए अपनी कोई भूमि नहीं बची है और सरकारी सहायता की उम्मीद में वे अस्थायी शिविरों में जीवन यापन कर रहे हैं।
प्रशासन का क्या कहना है?
अंचल अधिकारी शशि कुमार का कहना है कि प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की प्रक्रिया चल रही है कर्मचारी जमीन खोज रहा है और जल्द ही कोई समाधान निकाला जाएगा। हालांकि, पीड़ित परिवार प्रशासन की इस धीमी प्रक्रिया से असंतुष्ट हैं और जल्द से जल्द पुनर्वास की मांग कर रहे हैं
बाढ़ पीड़ितों की मांग:
1. शीघ्र जमीन आवंटन किया जाए।2. पुनर्वास प्रक्रिया को तेज किया जाए।3. अस्थायी आश्रय में रहने वालों को बेहतर सुविधाएं दी जाएं।स्थानीय संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी सरकार से अपील की है कि इन पीड़ित परिवारों की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए, ताकि वे अपने जीवन को फिर से संवार सकें।