शिक्षा विभाग ने स्वर्ग सिधार चुके शिक्षक से पूछा स्पष्टीकरण, आप विद्यालय क्यों नहीं आते?

पूर्णिया/राज कन्हैया

बिहार का शिक्षा विभाग हमेशा अपने कारनामो की वजह से चर्चा में रहता हैं। चाहे 10 साल बाद इंटर का रिजल्ट देने का मामला हो या वर्तमान में पूर्णियां के शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछने का मामला। पूर्णियां के शिक्षा विभाग ने पूर्व मर चुके शिक्षक सहित जिले के 466 शिक्षकों द्वारा ई शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन हाजिरी दर्ज नहीं कराने को लेकर विभाग स्पष्टीकरण मांगा है। जिन शिक्षकों ने ई शिक्षा ऐप पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराया है उन्हें अपना स्पष्टीकरण विद्यालय प्रधान के मंतव्य के साथ जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय पूर्णिया में जमा करना होगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी पूर्णिया ने पत्रांक 665 दिनांक 19 मार्च 2025 के माध्यम द्वारा जिले के 466 शिक्षकों का विद्यालय सहित नाम की सूची जारी करते हुए 48 घंटे के अंदर मांगा है। जिसमें विभाग ने संबंधित शिक्षकों से पूछा है कि किस परिस्थिति में विभागीय निर्देश का अवहेलना करते हुए आपने ई शिक्षा ऐप पर 18 मार्च 2025 को दर्ज नहीं किया हैं


जिला शिक्षा पदाधिकारी ने लिखा है कि ई शिक्षा ऐप पर ऑन लाइन उपस्थिति दर्ज नहीं करना खेद जनक है यह शिक्षकों के स्वेच्छाचारिता एवं विभाग के निर्देश अवहेलना करने का द्योतक हैं। विद्यालय प्रधान के मंतव्य के साथ संतोषप्रद स्पष्टीकरण समय सीमा के अंदर नहीं दिए जाने पर एक दिन का वेतन कटौती किया जाएगा।मगर हैरत की बात यह है कि इनमें से कई ऐसे शिक्षक हैं जिनकी मृत्यु हो चुकी है। जिनमे रुपौली प्रखंड के एम एस गेदुहा के शिक्षक चितरंजन ठाकुर, बनमनखी के मातुराम उच्च विद्यालय के शिक्षक शशि राज, धमदाहा प्रखंड के बिशनपुर शिक्षक सुशील कुमार ठाकुर शमिल है। इन मृत शिक्षकों से भी स्पस्टीकरण की माँग करते हुए 48 घंटे का समय दिया गया हैं, अन्यथा इनका भी एक दिन का वेतन शिक्षा विभाग काटेगी।इसके अलावे अमौर प्रखंड के 24, बैसा प्रखंड के 26, बायसी में 36, बनमनखी में 73, बी.कोठी में 42, भवानीपुर में 23, डगरुआ में 25, धमदाहा में 50, जलालगढ़ में 17, कसबा में 28, के.नगर में 27, पूर्णिया पूर्व में 48, रुपौली में 23 और श्रीनगर प्रखंड में 11 शिक्षकों से स्पष्टीकरण माँगा गया है। इन शिक्षकों में कई ऐसे बीपीएससी शिक्षक है जो होली में अपने घर गए फिर वापस नहीं लौटे हैं, कई शिक्षक अपने घरों से ही ई-शिक्षा कोष के माध्यम से हाजिरी बना रहे हैं वही कई शिक्षक नेटवर्क न रहने का बहाना बनाकर स्कूलों से फरार रहते है

अगर सिर्फ धमदाहा प्रखंड के शिक्षकों की बात करे तो यहाँ 44 शिक्षकों से जवाब माँगा गया है।जिन शिक्षकों ने ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराया है उसमें उच्च विद्यालय धमदाहा शिक्षक दिलीप कुमार मिश्र सहित प्रखंड के 7 उच्च माध्यमिक विद्यालय के 10 शिक्षक जिसमें सबसे अधिक उत्क्रमित गंगा माध्यमिक विद्यालय दमगड़ा में 3, उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय चिकनी के दो शिक्षक एवं गंगा मध्य विद्यालय धमदाहा के दमगड़ा के प्रधान आशिष कुमार सहित 18 मध्य विद्यालय 19 शिक्षकों से एवं प्राथमिक विद्यालय छविंदर शर्मा की प्रभारी प्रधानाध्यापक शालू शबनम सहित 14 प्राथमिक विद्यालय 16 शिक्षकों से 18 मार्च 2025 को ई शिक्षा ऐप पर अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराई है। प्राथमिक विद्यालय की दो शिक्षकों का ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कराई जाने को लेकर। वहीं विभाग ने हत्या के मामले में कई वर्षों से जेल में बंद मध्य विद्यालय धमदाहा के नियमित शिक्षक लक्ष्मी बेसरा एवं कई माह पूर्व मर चुके मध्य विद्यालय बिशनपुर के नियोजित शिक्षक सुशील कुमार ठाकुर से भी स्पष्टीकरण पूछा है।

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