Top News

निरंजन कुशवाहा का इफ्तार पार्टी दे गया भाईचारा का पैगाम

 


पूर्णिया/विकास कुमार झा

एक तरफ आजकल देश का माहौल कुछ अलग है, वैसे में समाजसेवी निरंजन कुशवाहा गंगा जमुनी तहजीब की एक मिशाल पेश कर रहे है। गुरुवार को उन्होंने हिंदू मुस्लिम एकता को कायम करते हुए गुलाबबाग स्थित अपने आवास परिसर में दावत-ए-इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। इफ्तार पार्टी में काफी संख्या में रोजेदार सहित क्षेत्रों के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए।


इफ्तार पार्टी में सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल देखने को मिला। इस दौरान सभी समुदाय के सैकड़ों लोगों के साथ सामाजिक संगठनों व राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों ने भी एक साथ कतार में बैठकर दावत ए इफ्तार का लुत्फ उठाया।इस मौके पर कसबा काँग्रेस विधायक मो.आफाक आलम, माले नेता का.इश्लामुद्दीन, जिलाध्यक्ष राकेश कुमार, भाजपा प्रवक्ता अनंत भारती,  पैक्स अध्यक्ष अमीन अख्तर, सच्चिदानंद मेहता, युगल मेहता,राजद सावन मेहता, अजय भारती, रंजन कुशवाहा, काँग्रेस नेता मो.मारूफ, वसीम अकरम ,भरत भगत, राजेन्द्र विश्वास आदि उपस्थित थे।


समाज सेवी निरंजन कुशवाहा ने कहा कि रमजान का पाक महीना हमें आपसी भाईचारें-प्रेम के साथ रहना सिखाता है। हमारा भारत देश विविधताओं, सांस्कृतिक और सामाजिक एकरूपता वाला देश है। ऐसे में कोई भी पर्व और त्योहार तब ही सफल है, जब उस आयोजन में हर धर्म और मजहब का व्यक्ति शामिल हो।उन्होंने बताया कि रमजान का या पवित्र माह में ईमान से जीने की सीख देता है। या मुख्य उद्देश्य में गरीबों के दुख तकलीफ गरीबों की भूख तर्पण और गरीब मजदूरों के जीवन में नित्य आने वाली कठिनाइयां परेशानियों को महसूस करने की सीख देता है। इसीलिए मुस्लिम भाई इस माह में परिजनों सहित पूरे दिन भूखे प्यासे रहकर गरीबों की तड़प महसूस करते ।हैं जिससे संपन्न लोग अपने से नीचे तक के जरूरतमंदो कि दिक्कतों को समझ सकें।


काँग्रेस विधायक आफाक आलम ने इफ्तार पार्टी के सफल आयोजन के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा कि निरंजन जी हमेशा गरीबों मजलुमो के लिए काम करते है। इस दावत-ए-इफ्तार की गूँज बहुत दूर तक जाएगी, समाज मे भाईचारा का पैगाम जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा सीमांचल इलाका निरंजन जी जैसे लोगो के वजह से गंगा जमुनी की मिशाल पेश कर रहा है। 


उन्होंने कहा कि हमें एकजुट होकर देश और समाज के विकास के लिए चितन करना चाहिए। रमजान का पवित्र माह हमें सकारात्मक सोच के साथ आ

Post a Comment

Previous Post Next Post