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खाद की किल्लत से किसानों को नही मिल रहा निजात ,सुबह से शाम तक दुकानों का चक्कर काट रहेकिसान किसान



रुपौली से विकास कुमार झा कि रिपोर्ट

रबी फसल में यूरिया ही किसानों के फसल के लिए संजीवनी का काम करता है।ऐसा किसानों का कहना है ।रबी फसल की बुआई से ही किसान खाद की किल्लत से जूझ रहे है ।किसान अपने खेतो में बुआई खाद की किल्लत के कारण ऊंचे दाम पर खाद बीज खरीद कर किया।किसानों को उस समय उम्मीद था कि आगे से खाद की किल्लत का सरकार के तरफ से कही   -कही -कोई निदान निकाला जायेगा ।


लेकिन ऐसा हुआ नही ।कृषि विभाग के लाख दावे के बाद भी किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद की आपूर्ति नही हो पाई है ।जिस कारण किसान आज भी खाद की किल्लत से जूझ रहे है ।इतना ही नही रूपौली के किसानों को जब यहाँ खाद नही मिलता है तो पड़ोसी जिले भागलपुर ,कटिहार और मधेपुरा  पहुँच कर ऊंचे दाम चुका कर खाद ला कर अपने खेत मे लगे फसल को बचाने में जुटे हुए है ।

                 क्या कहते है किसान :

किसानों का कहना है कि वह उम्मीद की जिंदगी जीते है।इसलिए वह अपने  खेतो में फसल लगाया की आगे खाद की आपूर्ति हो जाएगी लेकिन ऐसा हुआ नही ।अभी मक्का में यूरिया का शख्त जरूरत है ।कृषि विभाग के कर्मी के द्वारा जब बताया जाता है कि इस सप्ताह यूरिया आने वाला है ।तब वे उनकी बातों पर यकीन कर   


अपने खेत मे सिंचाई कर देते है ।जिसमें किसानों को प्रति एकड़ एक से दो हजार रुपये के करीब खर्चा आता है ।फसल की सिंचाई के बाद से ही किसान यूरिया के लिए एक दुकान से दूसरे दुकान का चक्कर लगाने लगते है ।सुबह से शाम इसी में बीत जाता है ।थक हार कर किसान थके मन से बेरंग घर वापस लौट जाते है।फिर रात में सोने के बजाय यूरिया कहाँ मिलेगा उसकी जानकारी जुटाने  में लग जाते है।तब तक सुबह हो जाता है ।फिर यूरिया की खोज में निकल जाते है ।जब यूरिया मिलने में विलंब होने लगता है तो खेत सूखने के डर से किसान बिना लाइसेंसी दुकान से ऊंचे कीमत चुका कर यूरिया खरीदने को मजबूर हो जाते है ।

ऐसा नही है कि इस बात की जानकारी कृषि विभाग के कर्मी को नही है ।किसानों की शिकायत पर कृषि विभाग के अधिकारी गौर लाइसेंसी दुकान पर छापेमारी करने पहुँचते भी है ।लेकिन अधिकारी के आने की भनक सुन कर दुकान बंद कर फरार हो जाता है।शनिवार को नाथपुर पंचायत के नवटोलिया से किसानों ने शिकायत किया कि उनके गांव में गैर लाइसेंसी खाद दुकानदार 7 सौ रुपये बेग यूरिया बेच रहे है ।सूचना मिलते ही प्रखंड नॉडल कृषि पदाधिकारी नीतीश कुमार भरद्वाज नवटोलिया पहुँचे ।लेकिन गैर लाइसेंसी दुकानदार मटरू केशरी अपने गोदाम में ताला लगा कर फरार हो गया तो वही एक दुकानदार टुनटुन भगत अपने गोदाम से यूरिया की खेप हटा चुका था ।

मौके पर पांच बेग यूरिया और 5 बेग डी ए पी मिला  ।वहाँ के किसानों का कहना है उक्त दोनों दुकानदार को इसी इलाके के एक खाद माफिया अपनी गाड़ी से रात के अंधेरे में खाद की खेप उत्तर जाता है ।जिसे दोनों दुकानदार अपने घर और दुकान से अलग दूसरे की घरों में डम्प करता है ।जब किसान यूरिया खरीदने जाता है तो उससे ऊंची कीमत लेकर चोरी छिपे उपलब्ध करवा देता है ।

क्या कहते है अधिकारी :

दोनों दुकानदार से स्पष्टीकरण पूछा जायेगा ।पूरे मामले की जानकारी बी ए ओ को दे दिया गया है ।दिशा निर्देश मिलते ही अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी।

नीतीश भारद्वाज प्रखंड नॉडल कृषि पदाधिकारी रूपौली

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