Top News

नए साल के पहले दिन समाजसेवियों ने लावारिस पड़े लाश को किया सुपुर्द-ए-खाक

पूर्णिया से बालमुकुन्द यादव की रिपोर्ट

पूर्णिया : माना जाता है कि मौत के बाद सही तरीके से मिली अंतिम संस्कार से ही इंसान को मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसे में अगर कोई लावारिस व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तो उसे सही समय पर नियमानुसार अंतिम संस्कार करना बहुत मुश्किल होता है। वो भी विशेष उत्सव में समय में। नववर्ष 2022 के पहले दिन कुछ इसी तरह एक लावारिस पड़े लाश को अंतिम संस्कार देकर इंसानी जिम्मेदारी निभाई है समाजसेवी रविंद्र कुमार साह और हेना सईद। नए साल के पहले दिन सुबह के समय में मोबाइल से उन्हें सूचना मिली कि पूर्णिया सिटी काली मंदिर के पास एक महिला की लावारिस लाश पड़ी है। सूचना मिलते हैं रविंद्र कुमार साह ने तुरंत वहां पहुंचकर इनकी संज्ञान ली तो पता चला यह एक मुस्लिम महिला की लाश है इसलिए इनका अंतिम संस्कार भी इस्लामी रिती रिवाज के मुताबिक होना चाहिए


इसमें सहयोग के लिए रविंद्र कुमार साह ने लाइन बाजार स्थित मिल्लत फाउंडेशन के सक्रिय सदस्य कामिल खान और अकबर से संपर्क से संपर्क किया। उसे जानकारी देकर रविंद्र कुमार साह व हेना सईद ने एंबुलेंस के माध्यम से मिली लावारिस लाश को लाइन बाजार स्थित मुस्लिम कब्रिस्तान लाया। उसके बाद फाउंडेशन की मदद से मौलवियों के द्वारा पूरी तरह मुस्लिम रीति रिवाज से उक्त महिला की अंतिम नमाज अदा करते हुए लाश को कब्र के अंदर सुपुर्द-ए-खाक किया गया। नए साल में समय निकालकर इस कार्य में सहयोग के लिए रविन्द्र कुमार साह द्वारा मुख्य रूप से हेना शहीद, कामिल खान, अकबर आदि लोगो को दिल से धन्यवाद दिया गया

जरूरतमंद लोगों का सहयोग ही सबसे बड़ी इंसानियत :

इस सम्बंध में जानकारी देते हुए रविन्द्र कुमार साह ने कहा कि सभी जरूरतमंद लोगों का सहयोग ही सबसे बड़ी इंसानियत है। इस प्रकार के कार्य से समाज में एक संदेश जाता है की हमें हमेशा समाज के लिए तत्पर रहना चाहिए। समाज में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जिन्हें सही जीवन जीने के लिए हमारी जरूरत होती है। अगर किन्ही को कहीं भी और कभी भी इस तरह के लोग मिले जो लाचार और विवश हैं और उन्हें मदद की जरूरत है लोग हमें हमारे संपर्क नम्बर 6200168381 पर सम्पर्क कर सकते हैं। हमारे द्वारा जितना सम्भव हो सकेगा उन्हें सहयोग किया जाएगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post