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लिखित आश्वासन के बाद हुआ आंदोलन समाप्त, छात्रों ने दी चेतावनी—समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो होगा बड़ा आंदोलन

पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव 

पूर्णिया विश्वविद्यालय की शैक्षणिक अव्यवस्था, शुल्क अनियमितता और छात्र-हितों की उपेक्षा के खिलाफ शनिवार को छात्र राजद पूर्णिया जिला इकाई ने विश्वविद्यालय मुख्यालय पर घेराव कर घंटों धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्र-छात्राओं ने प्रशासनिक लापरवाही के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और विश्वविद्यालय गेट को बंद कर दिया। इससे विश्वविद्यालय का सामान्य कार्य पूरी तरह ठप हो गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया।छात्र राजद पूर्णिया जिला अध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार से छात्र लगातार परेशान हैं। सबसे बड़ी गड़बड़ी यूजी सत्र 2025-29 के नामांकन में सामने आई है, जहां अधीनस्थ महाविद्यालयों द्वारा तय शुल्क से अधिक पैसे वसूले गए। उन्होंने चेतावनी दी कि छात्रों से लिया गया अतिरिक्त पैसा तत्काल लौटाया जाए और दोषी पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।धरना-प्रदर्शन के दौरान छात्र राजद ने विश्वविद्यालय प्रशासन से कई अहम मुद्दों पर ठोस कदम उठाने की मांग रखी


इनमें प्रमुख हैं अनुमंडलीय डिग्री महाविद्यालय, बायसी में बने छात्र और छात्राओं के छात्रावास को तुरंत खोला जाए और रहने की अनुमति दी जाए। छात्रावास का निर्माण हुए एक साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अब तक उद्घाटन नहीं हुआ।बीसीए सत्र 2022-25 के छठी सेमेस्टर की परीक्षा की तिथि अविलंब घोषित की जाए।पीजी सेकेंड सेमेस्टर सत्र 2024-26 के लिए री-टोटलीग की तिथि जारी की जाए।पीजी सत्र 2025-27 के नामांकन की तिथि प्रकाशित की जाए।यूजी सेकेंड व फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षा के परिणाम शीघ्र जारी किए जाएं।पैट 2024 एवं 2025 की परीक्षा तिथियां घोषित की जाएं।छात्र राजद जिलाध्यक्ष बिस्मिल ने कहा कि इन मुद्दों पर कई बार विश्वविद्यालय को अवगत कराया गया, लेकिन प्रशासन ने हमेशा टाल-मटोल की नीति अपनाई।धरना-प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। छात्र-छात्राएं सैकड़ों की संख्या में गेट पर जमे रहे और "छात्र विरोधी विश्वविद्यालय प्रशासन मुर्दाबाद" जैसे नारे लगाए।स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण पदाधिकारी प्रोफेसर मरगुब आलम, कुलानुशासक प्रोफेसर विनोद कुमार ओझा, प्रतिकुलपति प्रोफेसर पवन कुमार झा मौके पर पहुंचे और छात्र राजद नेताओं से वार्ता की

उन्होंने छात्रों को लिखित रूप में आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार होगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद छात्र राजद ने अपना धरना-प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा की।धरना खत्म करते हुए छात्र राजद जिलाध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल ने कहा कि यह सिर्फ चेतावनी है। यदि विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिखित आश्वासन के बावजूद निर्धारित समय में कार्रवाई नहीं की, तो आने वाले दिनों में और भी बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं कुलपति और विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।वही मौके पर छात्र राजद के जिला उपाध्यक्ष सह  मीडिया प्रभारी प्रणव कुमार चौरसिया, जिला सचिव अमर कुमार,  धमदाहा  प्रखंड अध्यक्ष मो• इंतखाब आलम,  प्रखंड प्रधान महासचिव रोशन यादव,  प्रखंड महासचिव सह मीडिया प्रभारी मो• अफसर इमाम,  कुकरौन पश्चिम पंचायत सचिव मोहम्मद एहतसाम, फैजान आलम, ईबरार आलम एवं अन्य सभी छात्र राजद के पदाधिकारी मौजूद थे

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