कोढ़ा/शंभु कुमार
कोढ़ा थाना क्षेत्र के फुलवरिया पंचायत सरकार भवन के समीप एक डिलेवरी पिकप भान व बाइक सवार की सीधी टक्कर में बाइक सवार बाइक सवार की मौत हो गई । टक्कर इतना भयाभव था की बाइक सवार के सर के कुछ हिस्से की मांस पिकप भान के बाडी सहित बाइक की टंकी के आसपास छिटककर फंस गई।बाइक सवार के सर पर काफी गंभीर रूप से चोटिल होने से सर से अधिक रक्त भी बह कर सड़क पर पसर गया। घायल के चाचा रमन झा ने बताया की जवाहर झा उम्र 50 वर्ष जजमानी कर भैसदीरा से अपने घर लौट रहे थे जैसे ही फुलवरिया वाली रास्ते से वह अपने घर फुलवरिया वार्ड संख्या 5 पहुंचने ही वाला था इसी बीच फुलवरिया पंचायत सरकार भवन के पास रामपुर दिशा
से आ रही माल वाहक जो की आनलाइन समान का आवंटन कर आ रही तेज रफ्तार की चपेट में आने से सड़क दुघर्टना में गंभीर रूप से जख्मी हो गया।इधर घटना की शोरगुल होने पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ घटना स्थल उमड़ पड़ी। इसी बीच भीड़ का फायदा उठाकर चालक वाहन पर लदे आनलाइन में दिए गए आर्डर का शेष बचे समान छोर कर भागने में सफल रहे। परिजनों को सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंच कर आनन फाफन में जवाहर झा को इलाज हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोढा ले जाया गया।जहां उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने उन्हें गहन चिकित्सा हेतु पुर्णिया रेफर कर दिया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।वही घटना की सूचना मिलते ही कोढा पुलिस दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर वाहन को अपने कब्जे में लेकर ग्रामीणों से दुघर्टना की जानकारी लेते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा बना कर पोस्टमार्टम कराने की अग्रिम कार्रवाई में जुट गई थी
घायल जवाहर झा को तीन पुत्री बताया गया जिसमें की दो की शादी हुई है एक पुत्री की उम्र 12 वर्ष है जो कि क्लास 6 का छात्रा बताई जा रही है।वही एक पुत्र भी है जिसका उम्र 15 वर्ष है जो क्लास 10 का छात्र बताया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया की घायल जवाहर झा आसपास के क्षेत्रों में जजमानी कर घर का एक मात्र कमाऊ सदस्य के रूप में अपने परिवार का जिविका चलाते थे।वही इस हादसे को लेकर परिजनों के बीच कोहराम मच गया,सभी का रो रो कर हाल बेहाल है। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन से मांग किया है कि तेज रफ्तार वाहनों पर कारवाई करते ग्रामीण क्षेत्रों के सड़कों पर भी ब्रेकर का शीघ्र निर्माण कराया जाए।ताकी वाहनों के तेज गति पर लगाम लगाया जा सके और इस प्रकार के सड़क दुघर्टना में कमी लाई जा सके।