बैसा /सिटी हलचल न्यूज़
पूर्णियां : बैसा प्रखंड चारों ओर समस्याओं से घिरा हुआ है। यह प्रखंड 16 पंचायतों का प्रखंड है। सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है। स्थानीय स्तर पर रोजगार का कोई साधन नहीं रहने से अधिकतर युवा अन्य राज्यों में पलायन को मजबूर हैं। इसे लेकर युवाओं में भारी नाराजगी है। खेती किसानी की हालत भी ठीक नहीं है। क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं का घोर अभाव है। इसके अलावा विस्थापन का मुद्दा भी है। क्षेत्र के लोगों ने कहा कि रोजगार नहीं रहने से दूसरे राज्यों की ओर रूख करना पड़ता है
जहां जोखिम भरे काम करने की विवशता होती है। इस बीच आए दिन हादसे में क्षेत्र के युवा जान गंवाते रहते हैं। इससे पूरा परिवार तबाह हो जाता है। इसके बावजूद सत्तासीन लोगों की ओर से बेरोजगारी दूर करने की दिशा में कदम नहीं उठाया जाना युवाओं को कचोटता है। वहीं नदी कटाव के चलते विस्थापित परिवार आज भी ठगा महसूस कर रहे हैं। गांव की सरकारी स्वास्थ्य सुविधा भी बदहाल है। लोगों को मामूली इलाज के लिए भी 24 किमी दूर सी एच सी बैसा जाना पड़ता है। टूटी-फूटी सड़कें भी वर्षों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं
सिंचाई का साधन नहीं रहने से सिर्फ बरसात में धान की खेती होती है। इसके बाद सालों भर खेत परती रहते हैं। गांव में पेयजल भी समस्या भी बरकरार है। नल जल योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गयी है। नल से पानी की एक भी बूंद आज तक नसीब नहीं हुई। क्षेत्र के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गांव के ज्यादातर मर्द कमाने के लिए बाहर हैं। जिसके कारण मतदान का प्रतिशत कम होने की आशंका से ग्रामीण चिंतित है।