उदाकिशुनगंज से प्रिंस कुमार मिट्ठू की रिपोर्ट
मधेपुरा : आजकल छात्रों से मूल प्रमाणपत्र दिये जाने के बदले प्रधानाध्यापक द्वारा रूपये वसुलने का विडियो सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों द्वारा खूब वायरल हो रहा है। उक्त विडियो गुरुवार के दिन का बताया जा रहा है। जिसमें अलग-अलग शैक्षणिक सत्र (2018 एवं 2019) में दो छात्र सुजीत कुमार और संतोष कुमार मैट्रिक परीक्षा पास किया है। उन्हें उत्क्रमित उच्च विद्यालय मंजौरा के प्रधानाध्यापक अनील राम से मूल प्रमाणपत्र प्राप्त करना है। इनमें से एक छात्र सुजीत का कहना है कि अबतक वह नियमित रूप से सभी कक्षा की परीक्षा पास करते हुए पढ़ाई किया है
फिर भी मैट्रिक परीक्षा के दौरान इसी प्रधानाध्यापक द्वारा बिना फेल किये अथवा सत्र छोड़े बगैर ही प्रवेश पत्र पर पूर्ववर्ती (ईएक्स) छात्र घोषित करा दिया गया है। वायरल विडियो में छात्र प्रधानाध्यापक के पास पहुंचता है, और उनसे मूल प्रमाणपत्र की मांग करता है। अत्यन्त धीमे स्वर में प्रधानाध्यापक अनील राम छात्र सुजीत से मूल प्रमाणपत्र के बदले एक सौ रूपये की मांग करता है। इसके बाद छात्र द्वारा कहा जाता है कि सरजी, कुछ भी कम नहीं होगा...। प्रधानाध्यापक सर हिलाते हुए इशारे में कहता है कि बिल्कुल ही नहीं। मजबूरन छात्र पांच सौ रूपये का नोट निकालकर प्रधानाध्यापक अनील राम की ओर बढ़ाता है
पांच सौ रूपये का नोट देखते ही प्रधानाध्यापक कहता है कि उसे अपने पास खुदरा रूपया नहीं है जोकि एक सौ रूपये काटकर लौटाया जा सके। उनका कहना है कि कहीं बगल के ही दुकान से पांच सौ का नोट खुदरा करा लो। इतने में छात्र तुरंत ही अन्य साथी से रूपये लेकर प्रधानाध्यापक अनील राम के हाथ थमाता है। प्रधानाध्यापक तुरंत रूपये अपने शर्ट के पाॅकेट में रखता है। उसके बाद छात्र को प्रमाणपत्र प्राप्ति पंजी के निर्धारित स्थान पर छात्र से रिसीविंग हस्ताक्षर करवाता है
फिर बैग में रखे मुहर लाने के लिए उसी छात्र को निर्देशित करता है। छात्र मुहर सहित बैग लाकर प्रधानाध्यापक को दे देता है।बिहारीगंज पीएचसी प्रभारी समीर कुमार दास का कहना है कि वेथ एनालाइजर मशीन नहीं है उनके हाव भाव से लग रहा था शराब नहीं पिए हुए हैं वही बिहारीगंज थाना अध्यक्ष ने पीआर बांड पर छोड़ दिया गया