परीक्षा विभाग का ताला तोड़कर छात्र राजद का हंगामा

जिलाध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल बोले– “छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो होगा बड़ा आंदोलन

पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव 

पूर्णिया : पूर्णिया विश्वविद्यालय का परीक्षा विभाग सोमवार को छात्र राजद के आक्रोश का केंद्र बना। छात्र राजद पूर्णिया जिला अध्यक्ष मोहम्मद बिस्मिल के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान परीक्षा विभाग का ताला तोड़कर छात्रों को अंदर भेजा गया और विभागीय पदाधिकारियों से समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग की गई।छात्र राजद जिलाध्यक्ष बिस्मिल ने आरोप लगाया कि परीक्षा विभाग के एक पदाधिकारी ने राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बारे में अपशब्द कहे थे। साथ ही, लंबे समय से छात्रों की समस्याओं को नज़रअंदाज़ किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि छात्र-छात्राएं अपने प्रमाणपत्र, अंकपत्र और छात्रवृत्ति संबंधी मामलों को लेकर रोज़ाना विभाग का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन समाधान नहीं हो पा रहा है


प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना था कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के अंतर्गत मिलने वाली छात्रवृत्ति को लेकर छात्राओं को भारी परेशानी हो रही है। कई छात्र-छात्राएं यूजी और पीजी प्रोविजनल सर्टिफिकेट के लिए महीनों से दौड़ रहे हैं, वहीं कई को मार्कशीट तक नहीं मिल पा रही। दूसरी ओर, बिहार STET परीक्षा की तिथि समाप्त होने का डर है और समय रहते दस्तावेज़ उपलब्ध न होने से उनका भविष्य दांव पर लग सकता है।जिलाध्यक्ष बिस्मिल ने बताया कि उन्होंने पहले परीक्षा विभाग के अधिकारियों से शांति से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से कोई सकारात्मक रुख नहीं अपनाया गया। “जब हमें लगा कि छात्र-छात्राओं की आवाज़ दबाई जा रही है और समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा, तब हमें मजबूर होकर परीक्षा विभाग का ताला तोड़ना पड़ा

इस बीच हंगामे की सूचना मिलते ही विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया। मौके पर पहुँचे परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर उदय नारायण सिंह, छात्र कल्याण पदाधिकारी प्रोफेसर मरगुब आलम और प्रोक्टर प्रोफेसर विनोद कुमार ओझा ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद छात्रों को शांत कराया गया और प्रदर्शन को रोका गया।बिस्मिल ने साफ कहा कि यदि छात्रों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो छात्र राजद विश्वविद्यालय में और बड़ा आंदोलन करेगा। हमने पहले ही लिखित आवेदन छात्र कल्याण पदाधिकारी को सौंपा था, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो यह कदम उठाना पड़ा। अब यदि विश्वविद्यालय प्रशासन गंभीर नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में हम व्यापक धरना-प्रदर्शन करेंगे।

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