किशनगंज /सिटी हलचल न्यूज
शोध रिपोर्ट, ‘टिपिंग प्वाइंट टू जीरो : एविडेंस टूवर्ड्स ए चाइल्ड मैरेज फ्री इंडिया’ के अनुसार बिहार में लड़कियों के बाल विवाह की दर में 70 प्रतिशत जबकि लड़कों के बाल विवाह की दर में 68 प्रतिशत कमी आई है। यह रिपोर्ट बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए 250 से भी अधिक नागरिक संगठनों के नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) ने जारी की। यह बातें जन निर्माण केंद्र के सचिव राकेश कुमार सिंह ने शनिवार को प्रेसवार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि किशनगंज में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए काम कर रहे जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी संगठन जन निर्माण केंद्र ने पिछले तीन वर्षों में जिला प्रशासन
पंचायतों और सामुदायिक सदस्यों के साथ बेहद करीबी समन्वय से काम करते हुए जिले में 653 बाल विवाह रुकवाए हैं।यह रिपोर्ट जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी संगठन इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन की पहल पर सेंटर फॉर लीगल एक्शन एंड बिहैवियरल चेंज फॉर चिल्ड्रेन (सी-लैब) ने तैयार की है। बाल अधिकारों की सुरक्षा के लिए कार्य कर रही संस्था किशनगंज में भी कार्य कर रही है।सचिव ने कहा कि बाल विवाह की रोकथाम को लेकर जो रिपोर्ट आई है
उसके नतीजों से हम उत्साहित है। बाल विवाह को लेकर अब बदलाव की धारा बह रही है और हमें बाल विवाह की रोकथाम के मोर्चे पर अभूतपूर्व और अप्रत्याशित नतीजे मिले हैं। अब हमें बदलाव की यह रफ्तार बरकरार रखने और बाल विवाह मुक्त किशनगंज सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन, कानून लागू करने वाली एजेंसियों और ग्रामीण समुदाय के साथ मिलकर और कड़ी मेहनत की जरूरत है।
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