कुरसेला/राजशेखर जायसवाल
गंगा व कोसी नदी के जलस्तर मे वृद्धि से कुरसेला प्रखंड के घरो मे पानी घूस चुका है। गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वही बता दे की पानी की बढ़ाने की रफ्तार कुछ धीमी हुई है मगर पानी में उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है। दर्जनो बाढ पीड़ित परिवार ने पलायन कर उचे स्थान बांध , सङक, रेलवे माल गोदाम मे शरण लिए हुए है। गंगा व कोसी नदी से घिरे अनुमन कुरसेला प्रखंड के दर्जनभर गांव बाढ पानी मे डूब गया है। वही बताते चले की प्रखंड के पांच पंचायत तथा नगर पंचायत मे बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए प्रखंड में सामुदायिक किचन चालू हो चुका है। जिससे लोगों को राहत की सांस मिली है। जिसमें अभी दक्षिणी मुरादपुर पंचायत ,पूर्वी मुरादपुर पंचायत, जरलार्ही पंचायत, मे कुल आठ जगहों को चिन्हित कर सामुदायिक किचन तथा मेडिकल कैंप चलाया गया है। पॉलिथीन वितरण किया जा रहा है और लोग अब गांव से निकल कर उच्च स्थान रेलवे माल गोदाम, मजदिया मलिनिया डाला, कुर्सेला रेलवे रेलवे ढाला पर रहकर जीवन यापन कर रहे हैं। वही मवेशी को चारा खिलाने में परेशानी की बात ग्रामीण लोग बता रहे हैं
वही नोडल पदाधिकारी अभिषेक किशोर, अंचला पदाधिकारी अनुपम,चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अमरलाल, बीसीएम अभय कुमार, बाढ़ क्षेत्र का निरीक्षण करते दिखे और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का का मुयाना कर रहे थे। वही अंचला पदाधिकारी सुश्री अनुपम ने कम्युनिटी किचन का गुणवत्तापूर्ण खाना खाकर जांच भी जांच किया।वहीं जिले पदाधिकारी भी मनेष कुमार मीणा भी कुर्सेला के बाढ़ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं। प्रखंड तथा नगर पंचायत के पचखुटी, बाघमारा , मलिनिया, मिर्जापुर, गोबराही दीरा , पत्थर टोला , खेरिया , कुरसेला बस्ती, तीनघरिया ,मजदिया , कमलाकान्ही, मधेली , चाय टोला आदि गांव के घरो मे बाढ पानी घूस चूका है। बाढ पीड़ित परिवार मचान पर , चौकी पर खाना बनाकर किसी जिन्दगी बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है। बाघमारा , पत्थर टोला , चांय टोला, सलमारी , गोबराही दीरा मजदिया गांव का सङक सम्पर्क भंग हो चूका है । नाव ही सहारा है। प्रखंड के कई सरकारी स्कूलों में पानी घुस चुका है पठन-पाठन बंद हो चुका है आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पानी घुस चुका है। बाढ की विभीषिका से प्रखंड वासी त्रस्त है
विभिन्न राजनीतिक दलो के नेता ने मुखयमंत्री नीतीश कुमार से कुरसेला प्रखंड बाढ प्रभावित क्षेत्र घोषित करने तथा जल्द से जल्द बाढ प्रभावित लोगो के अकाउंट में जीआर राशि आपदा प्रबंधन कोष के द्वारा सहायता राशि सरकार से मिलना चाहिए । जिससे बाढ प्रभावित परिवार को तत्काल जीवन यापन सुविधा मिल सके इसके लिए मांग किया है।वही अंचलाधिकारी अनुपम ने बताया कि अब तक पॉलीथिन 6370 वितरण किया जा चुका है। सभी जगह नाव परिचालन हो रहा है। आठ जगहों पर कम्युनिटी किचन चालू किया जा चुका है।वही 28 कम्युनिटी किचन का राशन उठा हो चुका है जो चलेगा। उन्होंने बताया की हर जगह क्षेत्र भ्रमण हम लोग कर रहे हैं जहां जैसी स्थिति उसको देखते हुए आगे कार्य किया जाएगा।वही बताते चले कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर अमरलाल ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में लगातार मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है । वही हम लोग निरीक्षण भी कर रहे हैं। जिसमें बाढ़ पीड़ित लोगों का स्वास्थ्य जांच कर दवाई वितरण किया जा रहा है।