बिहार के सरसी थाना के ऑपरेटर का शव मिलने पर बबाल, पप्पू यादव ने कहा-महा रावणराज

पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव 

बिहार के पूर्णियां जिले के सरसी थाना में पदस्थापित डाटा ऑपरेटर की संदिग्घ अवस्था मे शव बरामद हुआ है। शव थाना से महज 200 मीटर की दूरी पर कोशी प्रोजेक्ट  परिसर में बने स्टॉफ क्वार्टर से फंदे से लटका हुआ बरामद हुआ है। सबसे हैरत की बात यह है कि थाना का स्टॉफ गायब है और थाना के किसी पदाधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली। वही परिजनो ने थानाध्यक्ष पर ही हत्या का आरोप लगाकर खूब बबाल काटा। परिजन का आरोप है कि सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। वही घटना के बाद पूर्णियां सांसद पप्पू यादव, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, कसबा विधायक आफाक  आलम मौके पर पहुँच पुलिस की कार्यशैली पर उँगली उठाई है


मृतक की पहँचान जलालगढ़ थाना के एकम्बा भटेली निवासी ललित कुमार दास (उम्र 26) के रूप में हुई है। मृतक की बहन रेणु कुमारी ने बताया कि 5 वर्ष पूर्व उसकी नौकरी पुलिस डिपार्टमेंट में डाटा ऑपरेटर के पद पर हुआ था। पहले भवानीपुर थाना में पदस्थापित था। मगर 2 वर्षो से जब से सरसी थाना में उसका पदस्थापना हुआ हैं, तब से थानाध्यक्ष द्वारा उसे परेशान किया जा रहा था। परिजन ने बताया कि थाना में एक और लड़की डाटा ऑपरेटर है मगर उससे काम न लेकर सभी काम ललित कुमार से ही कराया जाता था। मृतक की बहन ने बताया कि उसके भाई ने कई बार नौकरी छोड़ देने की बात कही, मगर परिजन उसे समझा देते थे। क्योंकि घर मे यही एकमात्र सरकारी नौकरी वाला था। परिजन ने बताया कि शुक्रवार शाम को उसकी ललित कुमार से बात हुई वही शनिवार से उससे संपर्क टूट गया। परिजन ने बताया कि थानाध्यक्ष से जानकारी माँगने पर कोई जवाब नहीं दिया। परिजन ने बताया कि जब भी थानाध्यक्ष को फोन किया जाता तो काम पर नही आने या पता नहीं का बहाना बनाया जाता था। फिर उसे बताया गया कि उसने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना मिलने के बाद परिजन 30 मिनट में ही शनिवार देर रात्रि थाना पहुँचे। जहाँ पास के ही स्टॉफ क्वार्टर में ललित कुमार फंदे से लटका हुआ था। परिजन का कहना है कि उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं, अगर आत्महत्या किया है तो फिर यह चोट का निशान कैसा हैं? परिजन का आरोप है कि थाना का स्टॉफ ड्यूटी से गायब है और थानाध्यक्ष को पता नहीं? परिजन ने थानाध्यक्ष पर ही हत्या का आरोप लगाया है।वही घटना की सूचना पर बनमनखी एसडीपीओ सुबोध कुमार, एसडीओ प्रमोद कुमार और बनमनखी थानाध्यक्ष संजय कुमार मौके पर पहुँच शव और कमरे की जाँच पड़ताल की। मौके पर FSL टीम और डॉग स्क्वायड टीम को भी बुलाकर जाँच की जा रही है। वही शव को पोस्टमार्टम के लिए पूर्णियां मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया हैं


मौके पर पहुँचे पूर्णियां सांसद पप्पू यादव ने कहा कि पूरे बिहार में पुलिस का आतंक हैं। गुंडा-गुंडा ही रह गया है और पुलिस महागुंडा हो गया है। एक गरीब नौकरी करने वाले बच्चें को मारा गया हैं। यह रावण राज नहीं महा रावण राज है, यहाँ सरकार नाम का कोई चीज नहीं हैं। वहीं पूर्व जदयू सांसद संतोष कुशवाहा ने पुलिस अधीक्षक और डीआईजी से निष्पक्ष जाँच की माँग की है। और थानाध्यक्ष की लापरवाही बताया। वहीं कसबा के कॉंग्रेस विधायक आफाक आलम ने कहा कि वे न्याय दिलाने के लिए परिजन के साथ खड़े हैं, मामला को विधानसभा में भी उठाया जाएगा, यह आत्महत्या नहीं बल्कि सरासर हत्या हैं।वहीं इस वारदात के बाद पूर्णियां की राजनीति गरमा गई है। परिजन व राजनीति दल के लोग सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र पर कार्यावाई की माँग को लेकर धरना पर बैठ गए है। परिजन की माँग है कि जबतक थानाध्यक्ष पर कोई कार्यावाई नहीं होती है, तब तक पोस्टमार्टम नहीं करने देंगे। वही पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा ने सरसी थानाध्यक्ष मनीष चंद्र को लाइन कर दिया है। फिलहाल शव के पोस्टमार्टम के लिए एक कमिटी बनाई गई हैं। मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम और वीडियोग्राफी कराई जा रही हैं।

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