लाल कार्ड की भूमि केवाला के बाद हो गया मोटेशन, लालकार्ड धारियों ने रद्द करने की माँग की

 

पूर्णियाँ/सिटीहलचल न्यूज़

के.नगर प्रखंड क्षेत्र के गनेशपुर वार्ड सं०-15 निवासी स्व० प्रभु यादव के पुत्र उमानन्द यादव ने के.नगर अंचलाधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पिता दो भाई थे। जिसमे फटकन यादव एवं प्रभु यादव है। फटकन यादव को दो पुत्र तारणी यादव एवं रामू यादव है। तारणी यादव को दो पुत्र अशोक यादव एवं बिरंचि यादव व एक पुत्री कंचन कुमारी है। वही प्रभु यादव को एक ही पुत्र है। फटकन यादव व प्रभु यादव के नाम से खाता सं०- 685, खेसरा सं०- 7204 में कुल रकवा 34 डिसमिल जमीन लाल कार्ड जिसका वाद सं०- 77/76-77 से 6 डिसमिल, वाद सं०- 18/76-77 से 25 डिसमिल एवं वाद सं०- 69/76-77 से 3 डिसमिल कुल 34 डिसमिल जमीन लाल कार्ड से प्राप्त है अतिरिक्त इसी खाता खेसरा की 16 डिसमिल जमीन सिकमी से फटकन यादव को मिला था। जिसपर पूर्वजों से जोत आबाद करते आ रहे है उस पर कामत भी बना हुआ है। 1 नवम्बर 2022 को काझा पंचायत के माँझी टोल निवासी संतोष यादव के पुत्र अमर यादव के द्वारा खाताधारी नरेंद्र नारायण चौधरी के पुत्र लोकेंद्र नारायण चौधरी इसी लाल कार्ड एवं सिकमी से प्राप्त भूमि खाता सं०-685, खेसरा - 7204, रकवा - 50 डिसमिल जमीन केवाला करा लिया


जिसके बाद उस केवाला को मोटेशन के लिए 01 अगस्त 2023 को दाख़िल खारिज वाद सं०- 5370/22-23 से आवदेन कर दिया। इस मोटेशन पर रोक लगाने के लिए 5 अप्रैल 2023 को आपत्ति आवेदन भी दिया गया परन्तु आपत्ति आवेदन पर बिना जाँच किये 21 अगस्त 2023 को अंचलाधिकारी केनगर के द्वारा अमर कुमार को लाल कार्ड एवं सिकमी की जमीन का मोटेशन करते हुए शुद्धि पत्र निर्गत कर दिया गया। जो पूर्ण रूप से गलत है। अब केवालाधारी अमर कुमार के द्वारा लाल कार्ड की भूमि खाली करने की धमकी दी जा रही है। जब हमलोगों को सरकार द्वारा 40 साल पूर्व ही लाल कार्ड के द्वारा जमीन दी गयी है तो फिर बिना जाँच के किस आधार पर केवालाधारी को दख़लकार बताते हुए मोटेशन कर दिया गया है। कर्मचारी एवं अंचलाधिकारी की मिलीभगत से राशि लेकर गलत ढंग से मोटेशन किया गया है जिसे अविलम्ब रद्द करने की माँग करते है

वही अमर कुमार ने बताया कि रामू यादव को एक पुत्री कंचन देवी है जो मेरी माँ है। रामू यादव के जीवित रहते भाई तारणी यादव एवं उनके पुत्र अशोक यादव व बिरंची यादव के साथ चचेरे भाई उमानन्द यादव कभी भी उनका देखभाल नही किये। मेरी माँ कंचन देवी अपने पिता रामू यादव व माता शांति देवी को अपने घर माँझी टोल में लाकर रखें और उनका समुचित देखभाल करते रहे। जब नाना रामू यादव का निधन हुआ उस समय भी उनके स्वजन उनके श्राद्ध कर्म में उपस्थित नही हुए। मेरे द्वारा मेरे नाना रामू यादव को मुखाग्नि देकर सभी कर्मकांडों का निष्पादन किया गया। नाना रामु यादव के द्वारा मृत्यु से पूर्व मुझे बताया गया कि खाता सं०- 685, खेसरा सं०-7204, रकवा 50 डिसमिल जमीन फटकन यादव व प्रभू यादव के नाम से सिकमी खतियान बना हुआ है। जो मृत्यु के बाद खाताधारी को वापस हो जाएगा। इसलिए खाताधारी से केवाला करा लिया जाय तो जमीन बच सकता है। इस 50 डिसमिल जमीन पर नाना के हिस्से वाली जमीन पर हम दख़लकार है। चचेरे नाना उमानन्द यादव के साथ अन्य हिस्सेदारों को खाताधारी से जमीन केवाला कराने के लिए कहे तो सभी ने इंकार कर दिया। जिसके बाद 50 डिसमिल जमीन जो सिकमी से नाना को प्राप्त था उसे जमींदार से केवाला कराकर सिकमी खतियान के आधार पर मोटेशन करा लिए है


यह जमीन हमारी है। उमानन्द यादव के साथ अन्य हमे जमीन से भगा रहे है और हमारी जमीन पर झोपड़ीनुमा घर का अवैध निर्माण कर दिए है। जिसको लेकर थाने में आवेदन देकर चल रहे निर्माण कार्य पर रोक लगाने एवं हमारी जमीन हमे वापस करने का गुहार लगाए है। वही रैयतदार लोकेंद्र नारायण चौधरी ने कहा मेरा उम्र 80 साल हो चुका है अमर कुमार के द्वारा भूमि से सम्बंधित गलत जानकारी देकर दिगभ्रमित कर लाल कार्ड की 34 डिसमिल जमीन हमसे केवाला करा लिया है। लाल कार्ड की जानकारी हमे नही थी। इस तथ्य की जाँच करते हुए मोटेशन को रद्द किया जाय। वही परिक्षयमान उप समाहर्ता सह प्रभारी अंचलाधिकारी स्वाति कुमारी ने कहा लाल कार्ड की जमीन का मोटेशन होने की जानकारी मिली है इस मामले की जाँच की जा रही है। बारहाल एक पक्ष लाल कार्ड लेकर जमीन पर केवालाधारी को कब्जा नही करने देने का दावा कर रहे है तो दूसरे पक्ष केवाला लेकर अपनी जमीन पर कब्जा के साथ अवैध अतिक्रमण से मुक्त कराने का गुहार लगा रहे है।

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