कोढ़ा/शंभु कुमार
बिहार के कटिहार जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र के मुसापुर पंचायत के वार्ड संख्या 8 में बड़ी नहर पुल के समीप में उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब शुक्रवार सुबह एक चरागाह में अचानक बिजली का हाई वोल्टेज तार गिर गया। और उसकी चपेट में आकर 28 गायों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद गुस्साए पशुपालकों और ग्रामीणों ने मुख्य सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया और आगजनी की।प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना सुबह करीब 8 बजे की है जब गांव के पास स्थित खेतों में पशुपालक अपनी गायों को चराने ले गए थे। तभी ऊपर से गुजर रही बिजली की लाइन अचानक गिर गई और करंट लगने से 28 गायों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।इधर पंचायत के जनसुराज के नेता सह पंचायत समिति सदस्य फजलू रहमान ने घटना पर बेहद दुःख प्रकट करते हुए कहा की सभी पशुपालक गरीब तबके के है
जो की अपनी गाय को चराने झुंड में निकले थे इसी बीच चारागाह पहुंचते ही जोरदार वारिस होने लगी इसी वारिस के कारण बिजली के शाट सर्किट के कारण तार टूट कर गायों के झुंड में जा गिरी जिससे की 28 गायों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई।जिसको लेकर सभी गाय पालकों को संबंधित अधिकारियों से अभिलंब मुआवजे राशि की मांग की है साथ ही प्रखंड क्षेत्र में सभी जर्जर तारों को बिजली विभाग से अभिलंब बदलने की बात कही । ताकि इस तरह की घटनाएं का दुहराया न जा सके।ग्रामीणों का आरोप है कि बिजली विभाग को कई बार पुराने और जर्जर तारों की शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। यदि समय रहते मरम्मत कर दी जाती, तो यह हादसा टाला जा सकता था।घटना के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग 31 मुसापुर चौक पर पहुंच कर सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। आक्रोशित लोगों ने टायर जलाकर आगजनी की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाज़ी की
प्रदर्शनकारियों ने मांग की:
मृत पशुओं के बदले मुआवजा दिया जाए (प्रति गाय ₹50,000 से ₹1,00,000 तक)
जिम्मेदार बिजली विभाग के अधिकारियों पर कार्रवाई हो
क्षेत्र में बिजली व्यवस्था की तत्काल जांच और सुधार किया जाय
सूचना मिलते ही कोढा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और लोगों को शांत करने का प्रयास किया।कुछ देर बाद ग्रामीणों को समझा बुझाकर कर राष्ट्रीय राजमार्ग 31 पर लगे जाम को पुलिस ने हटाया जिससे आवागमन सुलभ हो पाया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि घटना की जांच कराई जा रही है और प्रभावित पशुपालकों को उचित मुआवजा दिलाने की सिफारिश की जाएगी।हादसे के बाद गांव में शोक और आक्रोश का माहौल बना हुआ है। पशुपालकों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है, जिससे उनकी आजीविका पर गंभीर असर पड़ा है।
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