पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव
पूर्णियाँ : जिले के अमौर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति प्रताप कुमार, उम्र 27 वर्ष, पिता जवाहर लाल साह, साकिन कुकरन वार्ड नम्बर 11, थाना धमदाहा, जिला पूर्णियाँ, एल एण्ड टी कम्पनी में बतौर फील्ड ऑफिसर तैनात और संग्रहण के कार्य में संलग्न, के द्वारा अपने फर्दबयान के आधार पर अमौर थाना में लूट का एक कांड प्रतिवेदित कराया गया। यादी प्रताप कुमार के अनुसार दिनांक 10.11.2024 को जब वह भ्रमण के क्रम में संग्रहित कुल 2,45,350/- रूपया में से 1,35,950/- रुपया खपरा सीएसपी में जमा करवाया और 28,300/- रुपया अपने बैग में रखकर बाइक से बेलगच्छी स्थित ब्राँच के लिए जाते समय 19:40 बजे हरिपुर कब्रिस्तान पहुँचे कि दो बाइक पर सवार तीन व्यक्ति अचानक उनकी गाड़ी को आगे से ओवरटेक कर रोक दिए
पहला बाइक पर सवार व्यक्ति प्रताप कुमार को पिस्टल तान उनका मोबाइल देने के लिए कहा। उसके बाद, प्रताप कुमार अपना मोबाइल भय से दे दिए। उसके बाद, उक्त अपराधी प्रताप कुमार के गाड़ी का चाबी निकालकर उनके पास मौजूद बैग को जबर्दस्ती लेकर फकीर टोली की तरफ भाग गए। वादी के अनुसार उक्त बैग में, 79,100/- रुपया नगद, आधार कार्ड, दसवीं से स्नातक का अंक प्रमाण-पत्र की छाया प्रति, अन्य कागजात और तकनीकी उपकरण मौजूद था। तकनीकी अनुसंधान पर आधारित एकत्रित साक्ष्यों व सबूतों के आधार पर इस कांड में वादी प्रताप कुमार एवं एल एण्ड टी के ब्रांच मैनेजर अमोद कुमार की संलिप्तता पाई गई। जब इन दोनों से अग्रेतर पूछताछ की गई तो दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार किए हैं। ये दोनों बताए कि घटना के करीब 2 दिन पूर्व, ये लोग रुपया गबन करने की योजना बनाए थे
घटना के दिन, वादी, ब्रांच मैनेजर को खाड़ी नामक जगह पर बुलाकर 1,35,950/- रुपया दिए, जिसे ब्रांच मैनेजर ने मच्हट्टा नामक जगह पर संचालित सीएसपी में जमा कराए, परन्तु आवेदन में वादी के द्वारा स्वयं खपरा अवस्थित सीएसपी में रुपये जमा कराने की बात बताए। वादी के द्वारा झूठे व मनगढ़ंत तथ्यों पर आधारित 79,100 /- रुपये लूट होने की प्राथमिकी दर्ज कराया गया। इन लूटे गए रुपयों में से 30000/- रुपये ब्रांच मैनेजर को दिए, शेष रुपयों में से 7000/- रुपये वादी के पास पर्स से, शेष रुपयों में से 16,000/- रुपया खालिद नामक सीएसपी संचालक के पास से बरामद किया गया। शेष रुपया से एक नया मोबाइल खरीदा गया है।इनके सामूहिक प्रयासों की बदौलत इस कांड का उद्भेदन करते हुए रुपयों सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा सका है।
पहला बाइक पर सवार व्यक्ति प्रताप कुमार को पिस्टल तान उनका मोबाइल देने के लिए कहा। उसके बाद, प्रताप कुमार अपना मोबाइल भय से दे दिए। उसके बाद, उक्त अपराधी प्रताप कुमार के गाड़ी का चाबी निकालकर उनके पास मौजूद बैग को जबर्दस्ती लेकर फकीर टोली की तरफ भाग गए। वादी के अनुसार उक्त बैग में, 79,100/- रुपया नगद, आधार कार्ड, दसवीं से स्नातक का अंक प्रमाण-पत्र की छाया प्रति, अन्य कागजात और तकनीकी उपकरण मौजूद था। तकनीकी अनुसंधान पर आधारित एकत्रित साक्ष्यों व सबूतों के आधार पर इस कांड में वादी प्रताप कुमार एवं एल एण्ड टी के ब्रांच मैनेजर अमोद कुमार की संलिप्तता पाई गई। जब इन दोनों से अग्रेतर पूछताछ की गई तो दोनों ने अपनी संलिप्तता स्वीकार किए हैं। ये दोनों बताए कि घटना के करीब 2 दिन पूर्व, ये लोग रुपया गबन करने की योजना बनाए थे
घटना के दिन, वादी, ब्रांच मैनेजर को खाड़ी नामक जगह पर बुलाकर 1,35,950/- रुपया दिए, जिसे ब्रांच मैनेजर ने मच्हट्टा नामक जगह पर संचालित सीएसपी में जमा कराए, परन्तु आवेदन में वादी के द्वारा स्वयं खपरा अवस्थित सीएसपी में रुपये जमा कराने की बात बताए। वादी के द्वारा झूठे व मनगढ़ंत तथ्यों पर आधारित 79,100 /- रुपये लूट होने की प्राथमिकी दर्ज कराया गया। इन लूटे गए रुपयों में से 30000/- रुपये ब्रांच मैनेजर को दिए, शेष रुपयों में से 7000/- रुपये वादी के पास पर्स से, शेष रुपयों में से 16,000/- रुपया खालिद नामक सीएसपी संचालक के पास से बरामद किया गया। शेष रुपया से एक नया मोबाइल खरीदा गया है।इनके सामूहिक प्रयासों की बदौलत इस कांड का उद्भेदन करते हुए रुपयों सहित दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जा सका है।