रूपौली।विकास कुमार झा
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ पूर्णिया के जिला अध्यक्ष सह बिहार शिक्षक एकता मंच के संयोजक पवन कुमार जायसवाल ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के द्वारा शिक्षकों के स्थानांतरण एवं पदस्थापन नीति पर रोक लगाने की घोषणा राज्य के लाखों शिक्षकों की बड़ी जीत है। सरकार को इसी प्रकार दोषपूर्ण विशिष्ट शिक्षक नियमावली पर भी रोक लगानी चाहिए। विदित है कि सरकार के द्वारा जो स्थानांतरण एवं पदस्थापन नीति लाई गई थी,उसमें पुरुष शिक्षकों को गृह अनुमंडल को छोड़कर कर 10 अनुमंडल का विकल्प मांगा गया था।नियमावली की घोषणा होते ही संघ के द्वारा इसका पुरजोर विरोध शुरू किया गया।
श्री जायसवाल ने कहा कि सरकार सभी कोटि के स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षकों से ही आवेदन लिये जाए।जो शिक्षक गृह जिले से बाहर कार्यरत हैं,उन्हें अपने गृह जिले के ऐच्छिक विद्यालय में पदस्थापन का अवसर मिल सके। जिला अध्यक्ष श्री जायसवाल ने कहा सरकार अविलंब विशिष्ट शिक्षक नियमावली पर भी रोक लगाएं तथा सक्षमता परीक्षा लेने की प्रक्रिया समाप्त कर सभी नियोजित शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा प्रदान करते हुए पूर्ण वेतनमान लागू करें। नये पदस्थापन एवं स्थानांतरण के बाद भी सेवा निरंतरता अक्षुण्ण रखी जाए। पूर्व की सेवा की गणना के आधार पर स्नातक ग्रेड, प्रधानाध्यापक ग्रेड एवं काल बद्ध प्रोन्नति का लाभ दिया जाए।