कॉलेजियम सिस्टम को ख़त्म कर न्यायिक सेवा आयोग की गठन करें केंद्र: प्रो. आलोक

 



पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़

बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी सह आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के संरक्षक प्रोफ़ेसर आलोक कुमार ने बयान जारी कर कहा कि पूर्णिया में भारत बंद शांतिपूर्ण तरीक़े से पूर्णतः सफल रहा । ज्ञात हो कि देश भर में विभिन्न बहुजन सामाजिक संगठनों की ओर से सुप्रीम कोर्ट के द्वारा अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग के आरक्षण में वर्गीकरण कर क्रीमीलेयर लगाने के निर्देश के विरुद् भारत बंद का ऐलान किया गया । साथ ही विभिन्न राजनीतिक दलों के द्वारा भी बंद को सफल बनाने का समर्थन किया गया । प्रोफ़ेसर आलोक ने कहा कि केंद्र सरकार जान बूझकर आरक्षण को ख़त्म करने के लिए बार -बार संविधान को बदलने की साज़िश करता आ रहा है। SC/ST के आरक्षण का वर्गीकरण एवं क्रीमीलेयर लगाना पूर्णतः असंवैधानिक है । संविधान में अछूत जातियों को अनुसूचित जाति कैटेगरी में लाकर जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया गया है ।


यह आरक्षण आर्थिक सुधार का कार्यक्रम नहीं है । किसी भी परिस्थिति में SC/ST आरक्षण में वर्गीकरण या क्रीमीलेयर नहीं लगाया जा सकता है । प्रोफ़ेसर आलोक ने न्यायपालिका में कॉलेजियम सिस्टम को ख़त्म कर न्यायिक सेवा आयोग के गठन की माँग केंद्र सरकार से किया है । जिससे सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व न्यायिक सेवाओं में होना निश्चित होगा । प्रोफ़ेसर आलोक ने आरक्षण व्यवस्था को 9वीं अनुसूची में लाकर किसी भी तरह की छेड़-छाड़ से मुक्त करने की माँग किया है । अन्यथा पूरा बहुजन समाज एस सी /एस टी एवं OBC एकजुट होकर देश भर में बड़े आंदोलन को करने के लिए मजबूर होगा । भारत बंद को सफल बनाने के लिए आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के साथ वामसेफ , भारत मुक्ति मोर्चा एवं बहुजन क्रांति मोर्चा के नेता एवं कार्यकर्ता सड़क पर उतरकर प्रतिरोध मार्च किए जिसमें मुख्य रूप से वामसेफ़ के जिलाध्यक्ष दीप नारायण पासवान , भारत मुक्ति मोर्चा के बब्लू गुप्ता , अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष हरिलाल पासवान, माले नेता कॉमरेड इस्लाम उद्दीन , कॉमरेड अविनाश पासवान , कॉमरेड यमुना मुर्मु सहित सैकड़ों लोग बंद को सफल बनाने के लिए प्रातः छह बजे  से अपराह्न 2 बजे तक डटे रहे हैं ।

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