रिपोर्ट:- (कौनेन रजा)
बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री प्रखंड परिवहन योजना के दूसरे चरण की शुरुआत हो चुकी है। इस योजना का उद्देश्य गांवों से प्रखंड मुख्यालयों तक यात्रियों को सुगम बस सेवा प्रदान करना और बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। उक्त बातें केनगर प्रखंड मुख्यालय में जिला परिवहन पदाधिकारी ने कही। जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) शंकर शरण ओमी ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिले के प्रत्येक प्रखंड में सात-सात बसों की खरीदारी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लाभार्थियों का चयन आवेदन के आधार पर किया जाएगा, जिन्हें बस की खरीद पर सरकार की ओर से पांच लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इच्छुक आवेदक 1 से 25 अगस्त तक विभाग के पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के समय सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करना अनिवार्य है। डीटीओ ने यह भी बताया कि योजना के पहले चरण में भी सफलतापूर्वक बसों की खरीद की गई थी, जिससे युवाओं को रोजगार और ग्रामीण क्षेत्रों में यात्री परिवहन की समस्याओं का समाधान मिला था। इस योजना के तहत 2 अगस्त को केनगर प्रखंड में सभी पंचायत में मुखिया के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा,
ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें। 27 अगस्त तक डीटीओ द्वारा प्रखंड एवं कोटिवार प्राप्त आवेदनों के आधार पर वरीयता सूची तैयार की जाएगी। 29 अगस्त को डीएम के नेतृत्व में गठित चयन समिति द्वारा लाभार्थियों का चयन किया जाएगा। 2 सितंबर को चयनित लाभार्थियों की सूची प्रकाशित की जाएगी। जिसके आधार पर लोग तीन दिनों के भीतर दावा-आपत्ति दाखिल कर सकेंगे। 5 सितंबर को अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी तथा 6 से 10 सितंबर तक डीटीओ द्वारा चयनित लाभार्थियों को चयन-पत्र प्रदान किया जाएगा। वाहन खरीद के बाद लाभार्थियों को डीटीओ कार्यालय में कागजात जमा कराने होंगे। जिसके 7 दिनों के भीतर सीएफएमएस के माध्यम से उनके बैंक खातों में अनुदान राशि स्थानांतरित की जाएगी। यह योजना राज्य सरकार के 'आत्मनिर्भर बिहार' के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस मौके पर बीडीओ आशिष कुमार, सीओ दिवाकर कुमार, गोकुलपुर पंचायत के मुखिया नीरज कुमार एवं बिठनौली पूरब पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि मो लड्डू आदि दर्जनो लोग उपस्थित थे।