पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र शुक्रवार को 21 मामलों की सुनवाही की गई। 8 मामले निष्पादित किए गए 6 मामलों में बिछड़े हुए पति-पत्नी को समझा बूझकर उनके घर बसा दिया गया। वही दो जिद्दी पति पत्नी की जिद को देखते हुए उसे थाना अथवा न्यायालय जाने की सलाह दी गई। मामला को सुलझाने में केंद्र की सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार, दीपक स्वाती वैश्ययंत्री, बबीता चौधरी रविंद्र शाह, प्रमोद जायसवाल एवं नारायण कुमार गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई।
रौटा थाना के सिंघिया बस्ती की एक बेगम अनगढ़ थाना के शौहर पर यह आरोप लगाया की शादी के बाद से वह बराबर उसके साथ मारपीट करता है, और 5 लाख रुपये मांग कर लाने की बात करता है। वही प्रतिवादी आरोप का खंडन करता है और कहता है कि हम दिल से दिल मिलकर रहने की बात करते हैं।अपने दिल में घर बसाने की बात करता हूं मेरी बीवी घर तोड़ने की बात करती रहती है।मुझे अपनी माता पिता से अलग रहने के लिए मजबूर करती है। समय पर न खाना देती है न ही बीमारी में सेवा करती है। वही केंद्र द्वारा समझाने पर दोनों साथ रहने को तैयार हो गए। बरहरा कोठी की एक पीड़िता यह शिकायत करती है की 18 साल के बाद उसका पति उसे छोड़ दिया है। तीन बच्चा होने के बाद उसने अपनी साली से शादी कर ली है। पीड़ित बताती है कि उसकी मां की दो बेटी है जमीन का बराबर बराबर हिस्सा बांट दिया है
इस जमीन की लालच मैं उसने मेरी छोटी बहन को फसाकर उसके साथ शादी कर लिया है। और बहन के हिस्से की जमीन शुदभरना पर लगा दिया है। साली जो पत्नी बन चुकी है उसके आग्रह पर पति सूद भरना वाली जमीन छुड़ाकर अपनी दूसरी पत्नी को देने के लिए तैयार है। साथ ही दोनों पत्नी को भी रखने के लिए तैयार है। इस आशयका बाउंड बनाया गया।