पूर्णिया/सिटीहलचल न्यूज़
अधिवक्ता विचार मंच के द्वारा मुख्तरखाना में बिहार दिवस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष दिलीप कुमार दीपक ने की, जबकि मंच का संचालन महासचिव अरुण भास्कर उर्फ गौतम वर्मा ने किया। इस अवसर पर अधिवक्ताओं ने बिहार के गौरव गाथा के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए बताया की बिहार महात्मा बुद्ध और महावीर की कर्मभूमि है और डॉ राजेंद्र प्रसाद की धरती रही है औरं और जहां नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविद्यालय थे आज के दिन बिहार को अलग राज्य बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने वाले डॉक्टर्स सच्चिदानंद सिन्हा जी को याद करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते है, जिन्होंने सबसे पहले बिहार के लिए काउंसिल की घोषणा करवाई और बिहार राज्य के रूप में स्थापित हो सका।
आज बिहार के लोग प्रत्येक क्षेत्र में अपने कार्यों के द्वारा बिहार को गवांवित करने का कार्य कर रहे हैं। अधिवक्ताओं ने कहा की बिहार की बढ़ती आबादी और न्याय को कमजोर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए पूर्णिया में पटना उच्च न्यायालय का बेंच बनाने की मांग की है ताकि लोगों को सस्ता सुलभ और समय पर न्याय मिल सके। अधिवक्ताओं ने कहा कि देश की आजादी का समय हो अथवा उसके बाद का समय हो बिहार के लोगों ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। हम बिहार के निवासी हैं पाकर अपने को गौरवान्वित महसूस करते हैं। इस अवसर पर राजकुमार झा, स्वाति वैश्ययंत्री, अरुण यादव, संजीव सिंह, राजेश झा, प्रवीण पासवान, मुस्ताक अहमद, सुशील झा, अजय कुमार, नियाज अहमद, मनोज झा,जियाउल रहमान के साथ बड़ी संख्या में अधिवक्ता गण मौजूद थे।