विकास कुमार झा । रूपौली
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार बेहतर ब्यवस्था का दम्भ भरा जारहा है ।लेकिन रेफ़रल अस्पताल रूपौली में साफ सफाई और मरीजों को भोजन उपलब्ध करवाने वाले आउटसोर्सिंग एजेंसी के मनमाने रवैये ने स्वास्थ्य विभाग के दावे का पोल खोल कर रख दिया है ।लगातार सिटी हलचल न्यूज़ के संवाददाता द्वारा रेफ़रल अस्पताल के ब्यवस्था का हकीकत जानने के लिए पड़ताल किया जारहा है ।हर बार पड़ताल में अस्पताल के कुब्यवस्था सामने आरहा है । शनिवार को दिन के एक बजे है ।मुख्य द्वार के सामने की सफाई देख कोई यह नही कह सकता है कि अंदर कचरे का अंबार लगा होगा ।
लेकिन ज्यो -ज्यो अंदर प्रवेश करते गया तो प्रसव वार्ड के आसपास गंदगी पसरा हुआ है ।प्रसव वार्ड में कुछ बेड पर चादर बिछा हुआ है तो कुछ पर चादर ही नही है ।चादर पर फैले खून का धब्बा और गंदगी खुद व खुद साफ सफाई का पोल खोल रहा था ।मौके पर झलाड़ी गांव की पूजा कुमारी ने बताई की प्रसव हो गया है ।जबकि झलाड़ी गांव की रिंकू कुमारी सुबह ही आई है लेकिन उसका अभी प्रसव नही हुआ है ।दोनों से जब पूछा गया तो बताई की वे लोग बाहर से मंगवा कर चाय पी है ।अस्पताल से उन्हें न तो चाय मिला है न ही नाश्ते में फल मिला है ।खाना देने की बात कह कर आउटसोर्सिंग के स्टाफ गए है ।
जब मौके पर इस बावत रेफ़रल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नीरज कुमार से पूछा गया तो बताया कि बार -बार कहने के बाद भी आउटसोर्सिंग एजेंसी सुधार नही कर रहा है ।जिस कारण एजेंसी से स्पष्टीकरण भी लिखित में तीन दिन पूर्व पूछा गया है ।अभी जबाब नही मिला है ।जबाब मिलते ही रोगी कल्याण समिति का बैठक कर उचित निर्णय लिया जायेगा ।
बताते चले कि रेफ़रल अस्पताल रूपौली में कुल 5 चिकित्सक पदस्थापित है ।जिसमे एक दंत चिकित्सक है ।हालांकि एक भी महिला चिकित्सक नही है ।जिस कारण महिला रोगियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।शिशु रोग विशेषज्ञ भी नही है ।प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नीरज कुमार बताते है कि हर रोज ओपीडी और आईपीडी मिला कर औसतन 200 मरीज आते है ।मरीजों को बेड ,चादर ,कंबल अस्पताल प्रबंधन के द्वारा मुहैया कराया जाता है ।भोजन आउटसोर्सिंग एजेंसी के द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है ।जो कि आउटसोर्सिंग एजेंसी के द्वारा निर्धारित डाइट चार्ट के अनुसार नही दिया जाता है ।इतना ही नही भोजन भी गुणवत्तापूर्ण नही दिया जाता है ।आगे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी बताते है कि अस्पताल के अंदर और बाहर साफ -सफाई की ब्यवस्था आउटसोर्सिंग एजेंसी के द्वारा किया जाता है जो कि संतोषप्रद नही है ।अस्पताल में शौचालय और पेयजल की ब्यवस्था भी औसतन ही ठीक है ।कायाकल्प के माध्यम से अस्पताल में जीर्णोद्धार के कुछ कार्य किया गया है ।जिस कारण कायाकल्प मापदंड में अस्पताल का स्कोर 52%है