मीरगंज/रौशन राही
पूर्णियाँ: मीरगंज बाजार में जलजमाव की समस्या नासूर बन गई है। जिसे देखने की ना तो किसी अधिकारी को जरूरत है ना ही जनप्रतिनिधि को फुर्सत। फलतः लंबे समय से इस समस्या से निजात नहीं मिलने एवं ठोस पहल नहीं किए जाने से लोगों में प्रतिनिधि एवं अधिकारियों के प्रति व्यवसायियों में आक्रोश व्याप्त है। बारिश होते ही मीरगंज बाजार वासियों को जलजमाव की समस्या से जू झना नियति बन गई है । सड़क पर जलजमाव से राहगीरों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बाजार की स्थिति साल में छह माह तक नारकीय बनी रहती है।
खासकर कुर्सेला जोगबनी स्टेट हाईवे सड़क से भागलपुर पटना दरभंगा मधुबनी अररिया फारबिसगंज जोगबनी कटिहार सहरसा सुपौल आदि कई जिलों को जोड़ने वाली सड़क निकलती है। इस कारण यह सड़क काफी व्यस्त सड़क है। इसके बावजूद सड़क किनारे इतना ज्यादा कीचड़ रहता है की प्रतिदिन आधे दर्जन वाहन पलटी मारते हैं प्रतिदिन दर्जनों सवारी घायल होते हैं । जिससे राहगीरों और वाहन चालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। मीरगंज बाजार का नाला सड़क से दो फीट ऊंचा हो जाने से पानी का बहाव नही हो पा रहा है। इसका मुख्य कारण यह है कि जलनिकासी के लिए नाले की व्यवस्था दुरुस्त नहीं है। इस कारण गंदे पानी का जमाव बना रहता है। गौरतलब है कि सड़क निर्माण कार्य हो या नाला निर्माण कार्य सहित अन्य विकास योजनाएं के नाम पर लाखों करोड़ों रुपए की राशि खर्च अवश्य की जाती है । मगर विडंबना है कि गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं किए जाने से स्थिति जस की तस बनी रहती है।
जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण मीरगंज बाजार में कुरसेला जोगबनी स्टेट हाइवे पर जलजमाव की समस्या से निजात के लिए पक्की नाला का है । गुणवत्तापूर्ण नाला निर्माण कार्य नहीं नहीं होने के कारण लोगों को जलजमाव की समस्या से जूझना नियति बन गई है। बाजार वासियों में मनोज साह, कुमार वीरव्रत ,मोहम्मद सोएब, मोहम्मद साहेब, रजनीश साह, ललन साह, कन्हैया कुमार, राजा कुमार, अर्जुन दास ने शीघ्र सड़क किनारे ईंट बिछाने की मांग करते हुए करीब 200 मीटर तक सड़क को ऊंचा करने की मांग किया जो भारी वाहनों के दवाब में धंस गया है ।