पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज़
अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा जिला कार्यालय पूरब यादव टोला मधुबनी पूर्णिया में पेरियार ललई सिंह यादव की 112 वीं जयंती मनाई गई । सर्वप्रथम ललई सिंह यादव की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता ई सुमित कमल यादव महासभा पूर्णिया के जिला अध्यक्ष ने की ।वक्ताओं ने कहा कि पेरियार ललई सिंह यादव ,पेरियार ई बी रामास्वामी नायकर के सच्चे शिष्य थे ।वे आजीवन अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ संघर्ष करते रहे ।उन्होंने अंबेडकर साहित्यों को प्रकाशित करने एवं सरकार से मुकदमा लड़ने में अपनी सारी जमीनें बेच दी थी ।उन्होंने सच्ची रामायण प्रकाशित कर मनुवाद पर मिसाइल की तरह हमला किया था ।सच्ची रामायण न्यायिक परीक्षा में भी पास हुई है। इसके किसी भी अंश पर टीका टिप्पणी करना न्यायाधीशों के निर्णय पर उंगली उठाना है
,न्यायालय की अवमानना है। मुख्य वक्ता उमेश प्रसाद यादव प्रदेश उपाध्यक्ष यादव महासभा बिहार सह कोसी प्रमंडल प्रभारी ने कहा कि आज भी यादव समाज पेरियार ललई सिंह यादव को नहीं जान पाए हैं, यह दुखद पहलू है। सच्ची रामायण और सच्ची रामायण की चाबी आज सभी पिछड़ों ,शोषितों के घर में रहनी चाहिए ।मौके पर मुरली मनोहर प्रदेश महासचिव सह पूर्णिया प्रमंडल प्रभारी , मिथिलेश कुमार यादव, कार्यकारी युवा जिलाध्यक्ष पूर्णिया,शशिकांत सुशील उपाध्यक्ष यादव महासभा , डॉ जय जय राम यादव जिला प्रधान महासचिव सह प्रदेश कार्यकारणी समिति सदस्य ,इंजीनियर सुमन कुमार यादव शामिल हुए।
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