पूर्णियाँ /बालमुकुन्द यादव
पूर्णियाँ : बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रमंडलीय प्रभारी सह राजद के वरिष्ठ नेता प्रो आलोक कुमार ने बयान जारी कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने विधान परिषद् में विरोधी दल की नेत्री पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी के ऊपर अपमानजनक तरीके से अमर्यादित टिप्पणी कर पूरे महिला शक्ति का अपमान किया है। माननीय नीतीश कुमार कई बार सदन एवं सदन से बाहर भी महिलाओं को अपमानित करने का काम किया है। देश भर में उनके इस तरह के क्रियाकलाप से नीतीश जी के साथ -साथ बिहार का भी अपमान हो रहा है। प्रो आलोक ने कहा कि श्रीमती राबड़ी देवी सदन में पिछड़े एवं अतिपिछड़े तथा अनुसूचित -जनजाति के आरक्षण को 65 प्रतिशत करने के निर्णय को नौवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग कर रही थी
इस पर मुख्यमंत्री जी स्पष्ट जवाब देने के बजाय सदन को एवं बिहार के एस.सी,एस.टी एवं ओबीसी को गुमराह करने के लिए अनर्गल भाषा का इस्तेमाल किये,जो शर्मनाक है। आरक्षण जैसे अति महत्वपूर्ण निर्णय को लागू कराने में नीतीश कुमार जी भाजपा एवं आर. एस. एस के दवाब में पंगु बने हुए हैं। प्रो आलोक कुमार ने कहा कि एस.सी, एस.टी एवं ओबीसी को आपस में बांटकर सत्ता में बने रहने का इंजीनियरिंग का इस्तेमाल करते रहते हैं। प्रोफेसर आलोक ने कहा कि महान् समाजवादी चिंतक डॉ राममनोहर लोहिया ने बिहार में सर्व प्रथम महिलाओं को सशक्त करने के लिए पत्थर तोड़ने वाली महादलित परिवार से आने वाली भगवती देवी को विधानसभा में भेजने का कार्य किया था
बाद के दिनों में लालू जी ने भगवती देवी को लोकसभा भेजने का ऐतिहासिक काम किया। अपने मुख्यमंत्रित्व काल में राबड़ी देवी जी ने ही पिछड़े एवं अतिपिछड़े वर्ग की लड़कियों के लिए आवासीय विद्यालय खोलकर लड़कियों को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। आरक्षण एवं हिस्सेदारी के सवाल पर कभी किसी से समझौता नहीं किया। स्थायी सरकारी नौकरी शिक्षकों, विश्वविद्यालयों एवं अन्य सरकारी विभागों में बीपीएससी एवं अन्य सेवा आयोग के द्वारा हजारों बेरोजगारों को नौकरी देने का कार्य किया, जिसमें गुणवत्तापूर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई। प्रो आलोक कुमार ने कहा कि बिहार की जनता आने वाले चुनाव में विशेष कर इस महिला, युवा एवं किसान विरोधी सरकार को सबक सिखायेगी।