मीरगंज /रौशन राही
नगर पंचायत मीरगंज के बरहकोना गांव के ललित नगर गांव में दो दिवसीय संतमत सत्संग हरिद्वार देव भूमि से पहुंचे महान संत सत्यानंद जी महाराज के कृपापात्र मुक्तानंद जी महाराज के द्वारा किया गया । संतमत सत्संग के आयोजक शिव शंकर प्रसाद मंडल के पुत्र चंदन कुमार ने बताया कि उनके ऊपर गुरु महाराज की असीम कृपा होने एवं पुत्री के जन्मोत्सव को लेकर पूरे गांव में आध्यात्मिक माहौल बनाने के लिए दो दिवसीय संतमत सत्संग का आयोजन रखा गया
संतमत सत्संग में मुक्तानंद जी महाराज के मुखारविंद सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु व सत्संगी जन डुमरिया, घरारी, मीरगंज, खेदलीचक, बनियापट्टी काझा, चंदवा, चोचला, रंगपुरा, बैगना से पहुंचे थे । दो दिवसीय संतमत सत्संग में सत्संग के उपरांत विशाल भंडारा का भी आयोजन रखा गया था । संतमत सत्संग के मुख्यवक्ता मुक्ता नंद जी महाराज ने अपने अमृत मय प्रवचन में कहा कि भगवान राम को जुठा बैर में इसलिए अमृत जैसा स्वाद लगा क्योंकि उस बैर को सबरी ने बरी भाव से भगवान के लिए संजो कर रखा था । इसलिए भगवान भाव के भूखे होते हैं । जिस प्रकार पुरुषोत्तम राम ने अपने गुरुभक्ति व गुरु की आज्ञा का पालन करते हुए बाल्यकाल में राक्षसों का वध किया जानकी से विवाह किया पुनः माता पिता की जब आदेश हुई तो बिना संकोच किए वनवास को गए । इस प्रकार माता पिता व गुरु के प्रति सच्ची भक्ति करने पर ही राजा राम पूरे संसार में भगवान राम कहलाए
मनुष्य को अपने नित्य क्रिया के पश्चात माता पिता व गुरुभक्ति में अपनी निष्ठा रखनी चाहिए अन्यथा यह समय कब हाथ से निकल जाएगा फिर पछतावा के अलावा कुछ नहीं बचेगा । इसलिए मनुष्य को अध्यात्म में माता पिता की भक्ति एवं गुरु की सेवा में मन लगाना चाहिए । इस मौके पर सुरेन्द्र दास, मनोज दास, द्वारा सदगुरु भजन की प्रस्तुति से उपस्थित श्रद्धालुओं में भक्ति भावना की अलख जग गई । मौके पंकज दास, नागेश्वर दास, नंद किशोर बाबा, दशरथ बाबा, शिव शंकर बाबा, अशोक दास, अजय कुमार, राजकिशोर सिंह, संजीव मंडल, सुनील सिंह, शिव नारायण महलदार, मिट्ठू , संतोष सोनी, बिनोद मंडल आदि मौजूद थे । मंच संचालन अरुण यादव द्वारा किया जा रहा था । इस प्रकार सदगुरु महाराज की जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया ।