सदर एसडीओ ने कस्टम विभाग को जप्त लहसुन सौंप कर किया मामला हैंडोवर
पूर्णिया/सिटिहलचल न्यूज
लगातार मीडिया में खबर चलने के बाद आखिरकार विभाग ने कस्टम के हवाले लहसुन को सुपुर्द किया। विगत एक सप्ताह से अनुमंडल प्रशासन और कस्टम विभाग के बीच में मामला फंस कर रह गया था। लगातार मीडिया की सुर्खियां बनने के बाद आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद लहसुन को कस्टम विभाग को सौंप दिया गया। इसके बाद कस्टम के अधिकारी द्वारा सौंपे गए लहसुन को फारबिसगंज ले जाया गया है। वहीं पर जप्त लहसुन को स्टॉक करके रखा जाएगा। वही इस मामले में आगे की जांच और करवाई की जाएगी
कस्टम असिस्टेंट कमिश्नर एके दास के दिशा-निर्देश पर ही अगली कार्रवाई की जाएगी। यहां बताते चलें कि असिस्टेंट कमिश्नर एके दास ने एक अखबार को बयान देकर बताया था कि सदर अनुमंडल पदाधिकारी सिर्फ मामला हैंडोवर करने को लेकर पत्र दिए हैं। परंतु, कस्टम विभाग तभी कार्रवाई प्रारंभ करेगी, जब उसे जप्त किए गए लहसुन सौंपा जाएगा। यहां बताते चलें कि 1 सप्ताह बाद भी जप्त लहसुन के मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं होने को लेकर तरह-तरह के सवाल जिला प्रशासन पर उठाए जा रहे थे। वही ब्यवसायी राजेश गुप्ता को अपनी पैरवी लगाने का भी भरपूर मौका दिया गया। यहाँ तक कि जब्त लहसुन को बागेश्वरी स्थान स्थित राजेश गुप्ता के आवास स्थित गोदाम में ही रखा गया था। जिसके बाद ब्यवसायी आस्वाथ दिखे की अब वे बच जाएंगे
वही मीडिया द्वारा फोटो खींचने पर राजेश गुप्ता के पुत्र विश्वजीत कुमार गुप्ता ने तो साफ तौर पर कहा फोटो वीडियो बनाकर कोई फायदा नहीं, देख लीजियेगा जाँच में कुछ नहीं आएगा? अब देखने वाली बात यह है कि कस्टम विभाग के पदाधिकारी इस मामले में कितनी ईमानदारी बरतते है?बता दे कि एक सप्ताह पूर्व गुलाबबाग टीओपी थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर राजेश गुप्ता के गोदाम से चार क्विंटल से भी अधिक चायनीज लहसुन जब्त किया था। जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रुपये है।