भवानीपुर/ प्रतिनिधि
पूर्णियाँ:भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र में समय से धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुलने से किसानों में मायूसी छाने लगी है | धान काटने और तैयार होने का समय जहाँ समाप्त हो चूका है | वहीं मक्का लगाने का समय आरम्भ हो चूका है इसके बावजूद अभी तक भवानीपुर प्रखंड क्षेत्र में कही भी सरकारी स्तर से धान क्रय केंद्र नहीं खुल पाया है | सरकारी स्तर से धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से एक तरफ जहाँ किसानों में मायूसी छाई हुई है | वहीँ दूसरी तरफ प्रखंड क्षेत्र के किसानों में काफी आक्रोश भी बना हुआ है | अभीतक धान क्रय केंद्र नहीं खुलने से प्रखंड क्षेत्र के अधिकांश किसान अपना धान बाजारों में बेचने लगे हैं | प्रखंड क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने बताया कि जब यहाँ के किसान अपना धान बाजार में बेच लेते है तब जाकर सरकारी स्तर से धान क्रय केंद्र खोला जाता है | अनुमंडल क्षेत्र के दर्जनों किसानों ने बताया कि हर बर्ष सरकार के द्वारा किसानों को सिर्फ आश्वासन दिया जाता है कि समय पर धान कि खरीददारी आरम्भ कर लिया जाएगा | परन्तु सरकारी घोषणाओं के बावजूद प्रखंड में समय पर धानअधिप्राप्ति केंद्र नही खुल पाता है | जिस वजह से यहां के किसानों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है
किसान रहते हैं लाभ से अछूते :-
पिछले बर्ष धान अधिप्राप्ति केंद्र देरी से खुलने कि वजह से यहाँ के किसान लाभ से अछूते रह गए थे | धान अधिप्राप्ति योजना का लाभ शायद ही यहां के किसानों को मिल पाया था | धान कि खरीद देरी से शुरू होना इसका प्रमुख कारण रहा | चुकी गेहूँ एवं मक्का कि बोआई अक्टूबर महीने से ही शुरू हो जाती है | किसानों को खाद एवं बीज खरीदने के लिए रुपयों कि जरूरत पड़ी और उन्होंने औने-पौने भाव पर अपना धान बाजार में बेच दिया था | इस बार भी समय से धान अधिप्राप्ति केंद्र नहीं खुल पाया है नतीजतन किसान इस लाभ से अछूते रह जायेंगे
बिचौलिए होते हैं मालामाल :
पिछले बर्ष दिसंबर महीने में पैक्सों को धान खरीदने के लिए अधिकृत किया गया था | बाद में इसके अलावे कई अन्य धान अधिप्राप्ति केंद्र खोले गए थे | परंतु व्यवहारिक तौर पर दिसंबर महीने के आखरी सप्ताह में पैक्स सहित इन केंद्रों पर धान कि खरीद शुरू किया गया था | इस समय तक क्षेत्र के अस्सी फीसदी किसान अपना धान बाजार में बेच चुके थे | इसका लाभ बिचौलियों ने जमकर उठाया | सरकारी स्तर से खोले गए धान अधिप्राप्ति केंद्रों पर इन बिचौलियों कि मनमानी चली और बिचोलिये मालामाल हुए थे
किसान चाहते हैं :
प्रखंड के किसान चाहते हैं पैक्स पर स्थित धान क्रय केंद्र को सरल एवं किसानोंमुखी बनाया जाय | भुगतान कि प्रक्रिया को सरल बनाया जाना चाहिए ताकि किसानों को उनका पैसा समय पर मिल सके | पैक्सों पर भुगतान कि जटिल प्रक्रिया भी किसानों के राह में बाधक बनती है | प्रखंड क्षेत्र के किसान चाहते हैं कि सरकारी स्तर से धान अधिप्राप्ति केंद्र जल्द से जल्द खोला जाय | प्रखंड क्षेत्र के प्रगतिशील किसान डा० अमित प्रकाश सिंह, गुरुदेव सिंह, प्रो० घनश्याम यादव, राजो राय, सुभाष प्रसाद सिंह आदि ने बताया कि किसान के हीत का काम सरकार के द्वारा नहीं के बराबर किया जा रहा है | इसबार भी सरकारी स्तर से धान क्रय केंद्र अभीतक नहीं खोला गया है | जिस वजह से यहाँ के किसानों को अपना धान बाजार में बेचना पड़ रहा है |