अमौर/सिटिहलचल न्यूज़
पूर्णिया। अमौर के शिवभक्तों द्वारा तीसरे सोमवारी को प्रखंड मुख्यालय तीर्थेश्वर नाथ शिव दुर्गा मंदिर से लेकर विभिन्न शिवालयों में बेलगच्छी घाट के परमान नदी से जल भर कर भक्तों द्वारा जलाभिषेक किया गया। तिर्थेश्वर नाथ शिव दूर्गा मंदिर परिसर में विश्व हिन्दू परिषद मातृ शक्ति दूर्गा वाहिनी के द्वारा भक्तो को श्रवत पिलाया गया। मंदिर परिसर में प्रशासन का पुख्ता व्यवस्था था।श्रावण मास का तीसरे सोमवारी को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक किया।सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पलसा पुल के परमान नदी, कनकेई नदी एवं महानदा नदी से जल भर कर बाबा भोलेनाथ को चढ़ाया।वहीं कुमारी कन्याओ , महिलाओं व बच्चों ने भी श्रद्धा के साथ बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की।जलाभिषेक करने के भक्तों की लंबी कतार लगी हुई थी।जो देर शाम तक बाबा को जलाभिषेक किया गया।इसके अलावा प्रखंड क्षेत्र के बाबा शिवेश्वर नाथ मंदिर नीतेन्दर, बेलगच्छी जगदीश्वर नाथ मंदिर, दुलालगंज शिव दूर्गा मंदिर ,प्रखंड मुख्यालय शिव दूर्गा मदिर, रोती वसाह शिव मंदिर, दलमालपुर शिव मंदिर , विष्णुपुर शिव मंदिर सहित अन्य जगहों के शिवालयों में भक्तों द्वारा हर हर बम बम का नारा लगा कर शिव लिग मे जलाभिषेक किया गया।
शिवेश्वर नाथ शिव दूर्गा मदिर के पंडित उमाकांत झा ने बताया कि मान्यता के अनुसार श्रावण माह में भगवान शिवजी की आराधना करने से फल की प्राप्ति के साथ मनवांछित मनोकामना पूरी होती है।श्रावण मास में बेल पत्र ,घी, शहद गाय माता के दूध, दही से शिव लिंग में लेप लगाने से और भोलेनाथ की पूजा करना और उन्हें जल चढ़ाना अति फलदायी माना गया है। शिव पुराण के अनुसार जो कोई व्यक्ति इस माह में सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी समस्त मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। फोटोअमौर के शिवेश्वर नाथ शिव दूर्गा मदिर जलभिषेक करने जाते भक्तजन और मातृ शक्ति दूर्गा वाहिनी के द्वारा श्रवत पिलाते हुए।