डर के साये में जी रहा पप्पू यादव पर एफआईआर करने वाला ब्यवसाई



पुलिस ने की सुरक्षा के इंतजाम, आज पप्पू यादव पूर्णियाँ में


पूर्णियाँ/सिटीहलचल न्यूज़

सांसद पप्पू यादव पर 1 करोड़ की रंगदारी मांगने का केस करने वाले फर्नीचर व्यवसायी राजा भगत का कहना हैं कि वे खौफ के साए में जी रहे हैं। व्यवसायी को इस बात का खतरा सता रहा है कि किसी भी वक्त उसकी जान जा सकती है। जिसे लेकर उनसे पूर्णिया एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। वही फर्नीचर व्यवसायी राजा भगत ने बताया कि बिहार, झारखंड, यूपी, ओडिसा और बंगाल को मिलाकर 5 राज्यों में उनके फर्नीचर का व्यवसाय फैला है। बिजनेस तेजी से ग्रोथ कर रहा है। मगर दूसरी तरफ 2021 से ही उन्हें सांसद पप्पू यादव की ओर से परेशान किया जा रहा है। 2 अप्रैल 2021 को राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगी थी। इसके बाद 2023 में दुर्गा पूजा के दौरान मोबाइल कॉल और वॉट्सऐप कॉल कर 15 लाख रुपए और 2 सोफा सेट की डिमांड की थी। जिसे उन्होंने देने से साफ इनकार कर दिया था। इस दौरान पप्पू यादव ने उन्हें धमकी देने के साथ ही गाली गलौज भी किया था।


इसके बाद लोकसभा चुनाव के दौरान 5 अप्रैल को भी पप्पू यादव के खास अमित यादव ने उन्हें कॉल किया। ब्यवसाई ने बताया कि अमित यादव ने मोबाइल पर 10 से 15 बार कॉल करके 25 लाख की डिमांड की। इसके बाद पूर्णिया स्थित अर्जुन भवन, जो सांसद पप्पू यादव का आवास है, वहां बुलाया गया। मगर वे नहीं गए। व्यवसायी ने बताया कि 4 जून को जैसे ही नतीजे और पप्पू यादव की पूर्णिया से जीत हुई। दोबारा से अमित यादव ने कॉल किया और 1 करोड़ की रंगदारी मांगी गई। अमित यादव ने धमकी देते हुए कहा कि रंगदारी रकम लेकर चले आओ, नहीं तो 5 साल पूर्णिया में ही रहना है। रंगदारी की ये रकम दो या फिर पूर्णिया छोड़कर चले जाओ। ब्यवसाई ने कहा कि उनके पास 2021 से लेकर अब तक के सारे सबूत हैं। व्हाट्सएप चैट हैं और कॉल हिस्ट्री भी है। उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद से वे और उनका परिवार घर से नहीं निकल रहे। तीन दिनों से वे सोए तक नहीं। उनकी जान को खतरा है और किसी भी वक्त उनकी जान जा सकती है।

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राजनीतिक साजिश के साथ मुझे फसाया गया: पप्पू यादव


वहीं इस मामले पर पूर्णिया से नवनिर्वाचित सांसद पप्पू यादव का भी बयान सामने आया है। पूरे मामले पर अपना पक्ष रखते हुए पप्पू यादव 

ने कहा है कि किसी राजा भगत नाम के मधेपुरा के व्यक्ति ने अमित यादव नाम के व्यक्ति को उनका आदमी बताते हुए रंगदारी मानने का आरोप लगाकर उनके ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई है। मुझे जब ये बात मालूम हुई। मैंने उस व्यक्ति के संबंध में काफी कुछ मालूम किया। इस पर मुझे पता चला कि जिस व्यक्ति ने मेरे ऊपर एफआईआर कराया है उसने इससे पहले जीडी गोयनका स्कूल के मालिक पर झूठे आरोप लगाए थे, पनोरमा ग्रुप के मालिक से 70 लाख कर्ज ले रखा है, जिसे देने से इंकार कर रहा है। साथ ही श्रम विभाग के अधिकारी को घूस देकर उसने फंसाया था। जिस प्रकार से मुझे बदनाम किया गया है। मैंने अपने एडवोकेट से मानहानि का केस करने को कहा है। साथ ही जिस प्रकार बगैर तहकीकात किए हुए मेरे ऊपर एफआईआर कर लिया गया। ये एक राजनीतिक साजिश है। मैंने एसपी को कॉल कर कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो। विरोधियों के इस साजिश को पूर्ण रूप से बेनकाब करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के अधीन इसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए। वरना वे कल ही पूर्णिया आ रहे हैं। वे धरना पर बैठेंगे। जो दोषी हो उसे फांसी दी जाए।



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 ब्यवसाई के आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया हैं, साथ ही नियम के अनुसार उन्हें जो सुरक्षा मिलनी चाहिए वो उन्हे उपलब्ध करा दिया गया हैं।

          उपेंद्रनाथ वर्मा, एसपी,पूर्णियाँ

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