बैसा(पूर्णियां) प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न मस्जिदों में रोजेदारों ने अलविदा जुमे की नमाज पढ़ कर अमन - चैन की दुआ मांगी। अलविदा नमाज के साथ ही ईद के करीब आने की खुशी रोजेदारों में परवान चढ़ने लगी है। अलविदा नमाज अदा करने के दौरान मस्जिदों में बुजुर्ग, नौजवानों के साथ छोटे बच्चे भी काफी संख्या में दिखे। अधिक नमाजी होने के कारण कुछ मस्जिदों में छत पर एवं सड़कों पर भी नमाज अदा की गई।
मस्जिदों में अलविदा की नमाज की तैयारियां सुवह तक पूरी कर ली गई थी। एक बजे से 1:30 बजे के बीच अलविदा नमाज पढ़ी गई। रौटा जामा मस्जिद के इमाम मौलवी कैसर ने बताया कि रमजान के महीने के आखिरी जुमा को अलविदा जुमातुल विदा भी कहते हैं। रमजान में यूं तो हर दिन की अहमियत होती है लेकिन रमजान में जुमे का विशेष महत्व है। इसे छोटी ईद भी कहते हैं। रमजान की आखरी जुमा की नमाज से रमजान के रुख्सत होने का संदेश मिलता है।