पूर्णियाँ/प्रतिनिधि
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में एक पत्नी अपने बच्चों की गारेंटी को लेकर केंद्र के समक्ष गुहार लगाई। महिला अमौर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी जो शारीरिक दृष्टिकोण से काफी कमजोर थी और बीमार थी। महिला ने केंद्र को बताया कि वह काफी बीमार है, कब उसकी मृत्यु हो जाय यह कहा नहीं जा सकता है। इसलिए उसके मरने के बाद मेरे 3 बच्चो का भरण पोषण मेरा पति करे, बस उसे इसी की गारेंटी चाहिए। वहीं केंद्र के समक्ष पति ने कहा कि वह बच्चो का ध्यान रखने के साथ साथ उसका इलाज भी करवाएगा। पति द्वारा भरोसा देने पर पत्नी के आंखों से आंसू छलक गए।
वही एक दूसरे मामले में फोन से प्यार होने के बाद लड़का और लड़की छुप छुप कर मिलते थे, जिसके वजह से लड़की गर्भवती ही गई। वही समाज के दबाव पर लड़के ने तो शादी कर ली मगर अब लड़के के परिजन लड़की वाले से दहेज की माँग कर रहे हैं। लड़की कसबा थाना क्षेत्र की है वही लड़का डगरुआ का रहने वाला है। लड़की का कहना है कि लड़के के परिजन उसे 2 लाख रुपया और एक पल्सर गाड़ी देने के लिए दबाव बना रहे है। वहीं केंद्र के समक्ष उपस्थित होकर लड़के ने लड़की को अपने साथ रखने की इक्षा जताई, वही केंद्र ने लड़के को समझाया कि अपने परिवार से लड़की की रक्षा करें।
पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज 38 मामलों की सुनवाई की गई I जिसमें से 10 मामले निष्पादित किए गए। सात पति पत्नी को समझा बुझा कर उनका घर फिर से बसा दिया गया I तीन मामलों में पति-पत्नी की जिद को देखते हुए उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने की सलाह दी गई।
मामले को सुलझाने में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र के सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक स्वाति वैश्ययंत्री रविंद्र शाह जीनत रहमान प्रमोद जायसवाल नारायण गुप्ता एवं आरक्षी निरीक्षक ललिता कुमारी ने अहम भूमिका निभाई।