महात्मा जोतिबाफुले का 133वाँ स्मृति दिवस मनाया गया

 


पूर्णियाँ/सिटीहलचल न्यूज़

आज गांधी नगर बहुजन कार्यालय,पूर्णिया  में आज राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा के तत्वाधान में क्रांति सूर्य ,प्रथम राष्ट्रपिता, देश का प्रथम शिक्षक महात्मा ज्योतिबा फुले का 133 वाँ स्मृति दिवस, जिला अध्यक्ष बम भोला साहनी की अध्यक्षता में मनाया गया ।कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के प्रबुद्ध लोग शामिल हुए ।


सर्वप्रथम महात्मा फुले के तेल चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं पुष्प अर्पित किया गया। ज्ञातव्य हो कि महात्मा ज्योतिबा गोविंद राव फुले एक भारतीय समाज सुधारक, विचारक ,लेखक तथा क्रांतिकारी नेता थे ।इन्हें ज्योतिबा फुले के नाम से भी जाना जाता है ।इस कार्यक्रम में प्रोफेसर आलोक कुमार प्रमंडलीय प्रभारी बहुजन क्रांति मोर्चा एवं राजद के वरिष्ठ नेता ने अपने प्रबोधन में कहा कि 1873 ईस्वी में इन्होंने महाराष्ट्र में सत्यशोधक समाज नामक संस्था का गठन किया ‌। महिलाओं व पिछड़े एवं अछूतों के उत्थान के लिए इन्होंने अनेक कार्य किया। समाज के सभी वर्गों को शिक्षा प्रदान करने के वे प्रबल समर्थक थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित 

 जातीय भेदभाव एवं छुआछूत के प्रबल विरोधी थे।

बहुजन चिन्तक ई सुरेश प्रसाद शर्मा ने कहा कि आज हमें अपने पूर्वजों के बारे में जानकारी हासिल करने की जरूरत है। महात्मा फुले के कारण हीं आज हमें शिक्षा मिल रहीं हैं। इनका मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन करना रहा है । फूले देश में लोगों को समाज में व्याप्त कुप्रथा ,अंधविश्वास की जाल से मुक्त करना चाहते थे। उन्होंने कन्याओं के लिए भारत देश की पहली पाठशाला पुणे में बनाई, जिसमें अपनी पत्नी माता सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा बी शेख को अध्यापिका के रूप में नियुक्त किया। मौके पर वरिष्ठ समाजसेवी सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक मान्यवर दीपनारायण यादव,ई रघुनंदन कामती, उमेश प्रसाद यादव भारत मुक्ति मोर्चा पूर्णिया के जिलाध्यक्ष सह प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा बिहार, बबलू गुप्ता जिला प्रधान महासचिव भारत मुक्ति मोर्चा, राजेन्द्र तांती,मो इसराइल, समाज सेवी गोपाल ठाकुर, अधिवक्ता नारायण शर्मा, मुहम्मद शाहिद, शामिल हुए।

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