अमौर/सनोज
पूर्णियाँ: अमौर में सोमवार की शाम मानवता की मिसाल देखने को मिली. यहां एक गर्भवती महिला बालूगंज से पति के साथ बाइक से रेफरल अस्पताल प्रसव को निकली, लेकिन इसी दौरान रास्ते में ही उसे प्रसव की पीड़ा शुरू हो गयी. वहीं प्रसव के दर्द से छटपटाती हुई महिला प्रखंड मुख्यालय के समीप छटपटाती रही, स्थानीय लोगों व पत्रकार सनोज कुमार ने बगल के आशा किरण देवी व ए एन एम मधु कुमारी को बुलाया जहां अन्य राह चलते महिलाओं ने भी देखा तो अपनी मानवता का उत्कृष्ट परिचय देते हुए आशा और ए एन एम के साथ सड़क के किनारे ही उस महिला की सबने मिलकर डिलीवरी कराई, महिला ने स्वस्थ बेटे को जन्म दिया है
बता दें महिलाओं ने सड़क किनारे ही महिला की डिलीवरी करायी. इस सफल प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं.वहीं प्रसव के बाद अमौर रेफरल अस्पताल से एम्बुलेंस बुलाकर जच्चा-बच्चा को अस्पताल भेजा गया. बता दें ये महिला का नाम सुलेखा कुमारी है जो बनकोरा की रहने वाली है, महिलाओं ने साड़ीयों से घेरकर गर्भवती महिला का सड़क किनारे ही महिलाओं ने सुरक्षित डिलीवरी करायी. हालांकि हालांकि सुरक्षित प्रसव कराने में अमौर रेफरल अस्पताल के कर्मियों का अहम योगदान है, दरअसल आशा व एएनएम भी इसी अस्पताल में कार्यरत है
हालांकि प्रसूति महिला के पोषक क्षेत्र की आशा भी वहां मौजूद थीं, वहीं दूसरी ओर इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की कोई लापरवाही नहीं है जैसे ही अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर बरकतुल्लाह,होस्पिटल मैनजर अनिल कुमार सुधांशु शेखर झा विवेक कुमार को सूचित की गई कुछ देर में ही एंबुलेंस भी मौके पर पहुंच गई तत्पश्चात अस्पताल में जच्चा बच्चा चिकित्सकों के देखरेख में इलाज शुरू हुआ।