अमौर/सनोज कुमार
पूर्णियाँ: नीतीश सरकार के द्वारा नियोजित शिक्षकों के लिए बनाए गए नए नियमावली के विरूद्ध शनिवार को नियोजित शिक्षकों ने प्रखंड मुख्यालय मैदान परिसर में धरना व प्रदर्शन किया | सरकार के खिलाफ नारा लगाया । एक दिवसीय धरना को संबोधित करते हुए जयमंगल सिंह ने कहा कि सरकार के द्वारा नए नियमों में बताया है कि जो नियोजित शिक्षक बीपीएससी के परीक्षा में सफल होंगे उन्हीं शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया जाएगा ।जो यह नियम सरासरी नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध है ।इसी कारण हम सभी नियोजित शिक्षकों ने जातीय जनगणना का विरोध कर रहे हैं ।सरकार इस नियमों का वापस नहीं लेगी तो एकदिवसीय धरना नियमिति धरना का रुप ले लेगा
शिक्षकों के अनुसार नई शिक्षक नियमावली पूर्व से कार्यरत शिक्षकों के साथ धोखा और टी ई टी और एस टीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों के लिए छलावा है। पूर्व से कार्यरत शिक्षक सरकार से उम्मीद लगाए बैठे थे कि नई नियमावली के साथ हीं उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिल जाएगा। लेकिन ऐसा ना होने पर नई नियमावली लागू होते हैं शिक्षकों में आक्रोश पनप गया है, शिक्षक संघ ने कहा कि नई नियमावली में हो सुधार, नहीं तो आने वाले चुनाव में नैया पार नहीं होने देंगे', सरकार अविलंब इस नई नियमावली में सुधार करें, सर्वप्रथम राज्य में कार्यरत नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा प्रदान करें, शिक्षकों ने कहा कि सरकार अगर हमारी मांगों को नहीं मानती है तो जल्द ही उन्हें सरकारी विद्यालयों में ताले नजर आएंगे
उन्होंने सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि वह संगठित होकर अपने इस जायज मांग में सरकार के खिलाफ आवाज को बुलंद करें. इस मौके पर कामेश्वर विश्वास परवेज आलम जय मंगल सिंह हुमायूं अख्तर अब्दुल कयूम अफसर आलम इमरान आलम पंकज विश्वास सुमित कुमार गुप्ता रहबर खान आसिफ कमर शायक आलम, साकिर आलम गगन कुमार जागेश्वर ऋषि भागवत राय रमेश पंडित हाशिम अंसारी तनवीर आलम उमाशंकर सहित कई शिक्षक उपस्थित थे ।