फलका/चाँद बहार
कटिहार: रमजानुल मुबारक का पहला अशरा खत्म होने के बाद दूसरा अशरा भी अंतिम दौर पर है। वहीं रमजान पाक मुकद्दस माह में पछुआ हवा के झोकों व तीखी धूप की तपिश को झेलते हुए रोजेदार रोजा रख रहे हैं और घरों व मस्जिदों में जाकर पांच वक्त की नमाज के अलावा तरावीह की नमाज भी अदा करते हुए अपने मगफिरत व मुल्क में अमन व सलामती की दुआ मांग रहे हैं। रमजान माह में नमाजियों की भीड़ देखी जा रही है।
वहीं फलका प्रखंड क्षेत्र में बड़ों के साथ-साथ नन्हे रोजेदार भी रोजा रखकर कुरान करीम की तिलावत भी कर रहे हैं। बड़ों के साथ- साथ नन्हें रोजेदारों में भी रोजा रखने का एक सादगी भर जुनून व चेहरे पर एक तसल्लीबक्श सुकून देखा जा रहा है। नन्हे रोजेदार जब दिन भर भूखे प्यासे रहकर शाम में आफतार करते हैं तो बच्चे के चेहरे पर खुशी की रौनक देखी जाती है। नन्हें रोजेदारों में फलका बस्ती की मेबिश 7 वर्ष, अनश राजा 8 वर्ष, महेशपुर ग्राम की रोजी प्रवीण 12 वर्ष, शबनम 10 वर्ष के अलावा 13 वर्षीय शालीमा परवीन, 10 साल का मोहम्मद, 7 साल का सोफिया प्रवीण, जिशान 8 वर्ष के रख रहे हैं।
नन्हे रोजेदारों के मां-बाप का कहना था कि इस पाक महीने में रोजा रखने के लिए बच्चों को बचपन से ही नमाज रोजा अदा करने के लिए प्रेरित करनी चाहिए। क्योंकि माएं बच्चों की पहली दर्सगाह होती है। हर काम के लिए बच्चों को ट्रेनिंग जरूरी होती है। बच्चे जब 10 से 12 साल के हो जाएं तो उनके अंदर नमाज, रोजा के प्रति ख्वाहिश जगानी चाहिए।
बहरहाल जहां रोजेदार रोजा और इबादत में मशगूल हैं। वहीं अभी से ही ईद में नए कपड़ों की खरीददारी परवान पर है। रेडीमेड व कपड़ों, चप्पल-जूतों,सेंट टोपी की दुकान में काफी भीड़ देखी जा रही है।