अमौर/सनोज
पूर्णियाँ: अमौर. थाना क्षेत्र के खारी महीनगांव पंचायत अंतर्गत सलता गांव में बीती रात्रि दर्जनों नाकाबपोश डकैतों द्वारा 500000 नगद रूपये सोना ,चांदी जेवरात सहित लाखों का सामान सहित भीषण डाकाजानी करने का मामला प्रकाश में आया है । जिससे पीड़ित परिवारों में काफी मातम का माहौल बना हुआ है । भीषण डाकाजानी घटनाओं से पूरे क्षेत्र में अक्रांत का महौल बना हुआ है । डाकाजनी के दौरान ग्रामीणों के जगते ही हो हल्ला होने पर दर्जनों नकाबपोश डकैत द्वारा चार बम फोड़ते हुए लोगों को डराते हुए सब सामान लूट कर पूरब की ओर मक्के के खेत होकर सभी भाग गए। जानकारी के अनुसार गृह स्वामी मुखिया साबिर आलम ने बताया कि 11:00 हम लोग सभी परिवार घर में सो गए थे
दरवाजे का गेट तोड़कर अपराधी घर में घुसा उसके बाद पिछे ग्रील तोड़कर लोहा के दरवाजा नहीं खुला तो कुल्हाड़ी से वार कर तोरने का प्रयास किया। नहीं खुला तो बाहर के खिड़की तोड़ कर सभी डकैत मकान मे घुस कर सभी नकाबपोश डकैतों ने मुखिया जी के सर में सभी लोगों ने पिस्तौल तान कर कहा चुपचाप चाभी लाकर का दो, मुखिया ने जान की परवाह किए चाबी दे दिया उन्होंने डकैतों से कहा कि भाई मारपीट नहीं करना लेकिन हल्की मारपीट भी किया लॉक तोड़कर बैंक से 500000 लाख उठाए राशि ले लिया उसके बाद सभी जेवरात नकाबपोश डकैत सभी सामान लूटकर बम फोड़ते हुए सभी नकाबपोश पीछे के दरवाजे से पूरब मकई खेत की ओर भाग गया घटना की खबर सुनते ही घंटे बाद पुलिस आकर छानबीन कर अनुसंधान जारी कर दिया है मौके पर पुलिस के द्वारा डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची हुई है तत्पश्चात इस घटना को सुनकर पूर्व मंत्री विधायक अब्दुल जलील मस्तान इस घटना को काफी दुख जताते हुए कहा क्षेत्र में डाके जानी की घटना पर कई वर्षों से विराम था, लेकिन ऐसी घटना वरसों बाद घटी है इस प्रकार से एक मुखिया के घर पर डाके जीने की घटना होना बड़ा प्रश्न खड़ा करता है आम आदमी कैसे सुरक्षित रहेंगे जहां लोग अब सड़कों के किनारे घर बनाकर रहना पसंद करते हैं ऐसे में अब लोग एक एकांत सड़कों के किनारे नहीं के बराबर रहेंगे, प्रशासनिक लापरवाही से ऐसी घटना घटी है
अगर वह प्रशासन 3 दिन के अंदर डकैतों को नहीं पकड़ता है तो इसके लिए पुलिस के विरुद्ध आवाज उठाई जाएगी, ग्रामीणों का कहना है कि इस पंचायत में रात्रि गश्ती नहीं होती है वह दूसरी और खारी पुल का भी ना बनना पुलिस प्रशासन की आवाजाही ना के बराबर होती है, वह ग्रामीणों ने बताया कि चारों तरफ दरो दीवार काफी सेफ मकान में लोग सुरक्षित नहीं है, वहीं मुखिया की पत्नी अफसरा ने रोती बिलखती हुए बताई की सभी लोग ने हम हमको भी थ्री नट सटा दिया और कहां जेवरात कहां है हमने बक्सा का सारी चाबी दे दिए ,