सिंघिया व महसबतना गांव के नजदीक भीषण नदी कटाव जारी

 


पूर्णियाँ/सिटिहलचल न्यूज़

बैसा:आजादी के वर्षों  बाद भी अगर नजारा सदियों पुराना लगे तो यह सवाल लाजिमी हो जाता है कि आखिर विकास की लकीर हमारे नेता गांव तक क्यों नहीं पहुंचा पाई । आज भी मंझौक पंचायत के सिंघिया व महसबतना गांव के नजदीक पिछले कई वर्षों  से कनकई नदी का भीषण कटाव जारी है । जिसके कारण दर्जनों परिवार का घर नदी में समा चुका है । एवं सैकड़ों एकड़ खेतिहर भुमि नदी कटाव की चपेट में आ चुका है । इस वर्ष भी नदी कटाव का कहर जारी है । 


जिसके कारण अब गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है । परंतु अभी तक यहां पर नदी कटाव रोकने हेतु संबंधित विभाग द्वारा कटाव निरोधक कार्य नहीं किया गया । स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले कई वर्षों से स्थानीय विधायक एवं सासंद से नदी कटाव रोकने हेतु कटाव निरोधक कार्य कराने की मांग की जा रही है । परंतु हर बार सिर्फ आश्वासन के अलावा कुछ भी नहीं मिला । नदी किनारे बसे गांव के लोग नदी कटाव के कारण अब  रतजगा करने पर मजबूर हो गये हैं । लोगों में यह दहशत का माहौल छा गया है कि कब घर नदी कटाव की चपेट में आजाए । एवं हम लोग बेघर हो जाए । इस संबंध में समाज सेवी सह मुखिया प्रतिनिधि मो शमीम अख्तर ने बताया कि चुनावी मौसम में गांव के लोगों की वोट पाने के लिए सभी जनप्रतिनिधी इन गांव का चक्कर लगाते हैं । परंतु इस विकट परिस्थिति में गांव वालों का हाल जानने के लिए कोई नहीं आ रहे हैं । कहा कि जिस तरह नदी कटाव जारी है अगर शीघ्र नदी कटाव रोकने हेतु कटाव निरोधक कार्य नहीं किया गया तो पुरा गांव नदी में समा जाएगा । 


वहीं उपमुखिया मो मरगूब आलम , एवं वार्ड सदस्य मो अमीन ने बताया कि कनकई नदी का पानी बढ़ोतरी एवं घटती के क्रम में नदी कटाव तेज हो जाता है। उनलोगों ने बताया कि अभी कनकई नदी में पानी बहुत कम है। और धीरे - धीरे और भी पानी कम हो रहा है। परंतु नदी कटाव कम नहीं हो रहा है। लोगों को खेतीहर भुमि दिन ब दिन नदी कटाव की चपेट में आकर बर्बाद हो रही है। परंतु इसके बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारियों का इस ओर ध्यान नहीं जा रहा है। जबकि इस समस्या को लेकर कई बार स्थानीय विधायक, सासंद एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है। इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।

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