पूर्णिया/राजेश कुमार
जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र डिमिया पंचायत के अंतर्गत श्रीनगर चौक के पास पाट गोदाम में सोमवार अहले सुबह भीषण आग लग गई जिससे आस पास के लोगो मे दहशत का माहौल पैदा हो गया। घटना सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है जब आस पास के लोगो ने देखा कि पाट गोदाम से अचानक धुंआ निकल रहा है, धुआं निकलता देख ग्रामीणों होश उड़ गया। आनन फानन में ग्रामीणों ने घटना की जानकारी डिमिया पंचायत के मुखिया सह मुखिया संघ के अध्यक्ष अंगद मंडल को दी। घटना की जानकारी मिलते ही अंगद मंडल के द्वारा घटना की सूचना पूर्णिया अग्निशमन एवं मुफस्सिल थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा और अग्निशामक पदाधिकारी रॉय बिमल विद्रोही को दिया गया। घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार झा, एएसआई राजकुमार रजक एएसआई भोला कुमार सिंह और अग्निशामक पदाधिकारी रॉय बिमल विद्रोही महेश कुमार यादव दयानंद मंडल स्वरदीप कुमार रजनीकांत अग्निक मोहम्मद सलाम फायर इंचार्ज कटिहार एस एस यादव बायसी के मंजीत कुमार पाण्डेय राजा बाबू घटना स्थल पर पहुंचकर आग की स्तिथियों का जायजा लिया।
बता दे कि ये पाट गोदाम कटिहार पूर्णिया मुख्य सड़क मार्ग के श्रीनगर चौक पर है जहां सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण आस पास में रह रहे है, यह जुट गोदाम गुलाबबाग के सुरेंद्र भगत का बताया जा रहा है। अगलगी की घटना इतना ख़ौफ़नाक था कि आज -पास के हजारों ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, समाजसेवी एवं बुद्धिजीवी लोग घटनास्थल पर पहुंच कर आग की स्तिथि को काबू करने में लगे रहे। बता दे कि खबर लिखने तक आग को पाँच घंटे काफी मशक्कत पूर्णियाँ, कटिहार, बायसी, धमदाहा से आये चार अग्निशमन गाड़ियों और दो जेसीबी द्वारा काबू पाने कोशिश किया जा रही है। आग इतनी तेज है कि गोदाम में रखे सारा पाट देखते ही देखते आग के आगोश में आ गया।चंद पल में सारा पाट जलकर राख में बदल गया,अब बड़ा सवाल उठता है घनी आबादी में जुट गोदाम बनाने वाले आखिर किस मंशा से जुट गोदाम बना डाला। क्या अगर किसी तरह की कोई अनहोनी होता तो इसका जिम्मेदार कौन होता, ग्रामीणों ने बताया कि यह आग बिजली के शार्ट सर्किट के द्वारा लगा है खबर लिखे जाने तक फिलहाल आग पर अग्निशमन के द्वारा काबु पाने की मशक्कत जारी था।
वही जब शार्ट सर्किट से आग लगने की बाते सामने आई तो इसको लेकर जब बिजली विभाग के मानव बल के कर्मी शिवकुमार सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस गोदाम ने किसी प्रकार का कोई कनेक्शन नहीं लिया, न तो इनके पास बिजली जलाने की अनुमति है। वही बिजली विभाग के मानव बल कर्मी शिवकुमार सिंह का साफ कहना था कि गोदाम मालिक बिजली चोरी कर जला रहे थे। अब इस अगलगी की घटना कई तरह के सवालों के घेरे में आ रहा है। पहली तो ये की मानक के विपरीत ये जुट गोदाम चल रहा था ,दूसरी ओर ये जुट मिल बड़ी घटना का इंतज़ार कर रहा था,कई मासूम लोगो की जान जा सकती थी ,कई लोगो का घर बर्बाद कर सकता था, अब बड़ा सवाल उठता है क्या ऐसे घोर अनियमितता से संचालित कर रहे जुट गोदाम पर प्रशासन क्या कार्यवाही करता है,क्या बिजली विभाग बिजली चोरी के आरोप में अपनी प्रतिक्रिया देती है या चुप्पी साधी बैठेगी, सवाल कई लेकिन जवाब बस एक कि गरिमत रही कि प्रशासन,अग्निशमन दस्ता,और आसपास के जनप्रतिनिधियों, नौजवान युवाओं ने बड़ी घटना होने से रोका।