माँ ने बेटे को समझाया चप्पल और बीबी में कोई फर्क नहीं बदल डालो

पूर्णिया/बालमुकुंद

शुक्रवार को पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल 33: मामलों की सुनवाई की गई, जिसमे 13 मामलों को  निष्पादित किया गया। जिसमें 9 परिवारों को समझा-बुझाकर उनका घर फिर से बता दिया गया 4 जिद्दी पति पत्नी की जीद को देखते हुए उन्हें थाना अथवा न्यायालय की शरण लेने का सुझाव दिया गया।रौटा थाना एक पत्नी ने अपने ससुर पर केंद्र के समक्ष आरोप लगाया कि ससुर एक सौ ग्राम चावल देता है और कहता है उसी एक सौ ग्राम में सुबह शाम दोनों वक्त में खाना है और ज्यादा गाल नहीं बजाना है। महिला ने कहा कि ससुर उसे पीटता भी है। महिला ने बताया कि यदि ससुर मारपीट नहीं करें और अच्छा से खाना पीना दे तो वह ससुराल जाने को तैयार है। वही केंद्र में ससुर ने अपनी गलती मानी औऱ  आश्वासन पर बहू साथ जाने के लिए तैयार हो गई


वहीं दूसरी तरफ अमौर थाना के पोठिया बस्ती की एक सास ने अपनी बहू की तुलना टूटे हुए चप्पल से की। और कहा कि जब चप्पल टूट जाए तो उसको बदल दिया जाता है। माँ ने अपने बेटे को बीवी बदलने की सलाह दी और नया चप्पल की तरह नया बीवी खरीद लाने को कहा, इसके लिए  जो भी खर्चा लगेगा, वह देने को तैयार है।बहु की बात सुनकर केंद्र ने सास की जमकर फटकार लगाई और खुद महिला होते हुए एक महिला के लिए इस तरह की भाषा पर आपत्ति जताई।  केंद्र ने सास और बेटे से साफ कह दिया कि अगर बहु को प्रताड़ित करोगे तो जेल की हवा खानी पड़ेगी


मामले को सुलझाने में पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की संयोजिका महिला थाना अध्यक्ष किरण वाला सदस्य दिलीप कुमार दीपक,स्वाति वैश्य यंत्री रविंद्र शाह जीनत अमान एवं कार्यालय सहायक नारायण गुप्ता में अहम भूमिका निभाई।

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