पूर्णिया/प्रवीण भदौरिया
उर्स लाइन स्कूल की बच्ची अपहरण में काफी पेच है। मसलन, बच्ची के अपहरणकर्ता को फोन कर पूछने पर उसके पास बच्ची होने की खुद बात कबूलना। खुद बच्ची को थाना पहुँचा देना मामला को काफी संदिग्ध बना दिया है।
बच्चे के परिजन ने जिस सोनू सिंह और कविता सिंह पर बच्चें के अपहरण का आरोप लगाया है, वे कुछ दिन पहले तक उनके घर मे किराए पर रहते थे। वही बच्ची बरामदगी के बाद परिजनों ने दोनो दंपति को बस स्टैंड के पास पकड़कर अपहरण का हल्ला कर आमलोगों के हवाले कर दिया, जिसमे पब्लिक ने दोनों पति पत्नी की जमकर पिटाई कर दी। वही पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनो को पब्लिक के हत्थे से बचाया।
मार खाते सोनू सिंह और उसकी पत्नी बार बार बोल रही थी उसने किसी का अपहरण नहीं किया है। बच्ची खुद उसके पास आ गई थी। अगर बच्ची का अपहरण करता तो खुद उसे क्यों थाना के पास छोड़ता? आरोपी कविता सिंह ने कहा कि बच्ची जिस दिन गायब हुई थी उस दिन लड़की की माँ ने उससे फोन करके पूछा भी तो उसने बच्ची के उसके घर आने के बात बता दी थी। अगर अपहरण करना होता तो उसके पास होने की बात खुद क्यों बताती?
दंपति ने बताया कि अपहरण में उसका नाम आने के बाद दोनों काफी डर गए थे। बच्ची ने दोनो का मोबाइल भी ऑफ कर दिया था। इधर के.हाट पुलिस दोनो दंपति को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मंगलवार को बच्ची को न्यायालय में प्रस्तुत कर बयान कलमबद्ध किया जाएगा। फिलहाल बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया गया है।